मास्को : रूस ने मंगलवार को कहा कि वह परमाणु आयुधों की संख्या को मौजूदा सीमा पर ही बरकरार रखने तथा दोनों देशों के बीच पिछले हथियार नियंत्रण समझौते को एक वर्ष के लिए और बढ़ाने के अमेरिका के प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए तैयार है.
मालूम हो कि संधि के जरिये दोनों देशों की सहमति से इसे अधिकतम पांच वर्षों तक के लिए बढ़ाया जा सकता है. दोनों परमाणु महाशक्तियों के बीच हथियार नियंत्रण संधि पांच फरवरी, 2021 को समाप्त हो रही है.
रूस के विदेश मंत्रालय का यह बयान इस मामले को लेकर उसके पूर्व के रुख से इतर है. रूस और अमेरिका दोनों ने फरवरी में खत्म हुई ‘न्यू स्टार्ट’ संधि के संदर्भ में एक दूसरे के प्रस्तावों को खारिज कर दिया था.
बयान के मुताबिक, मंत्रालय ने कहा कि अगर अमेरिका भी ऐसा करता है, तो वह करार के लिए तैयार है और कोई अतिरिक्त मांग नहीं करता. ‘न्यू स्टार्ट’ संधि पर 2010 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और तत्कालीन रूसी राष्ट्रपति दमित्री मेदमेदेव ने हस्ताक्षर किये थे.
यह संधि प्रत्येक देश को 1,550 से ज्यादा तैनात परमाणु आयुधों और 700 प्रक्षेपास्त्र और बमवर्षक परमाणु आयुध से ज्यादा की तैनाती की इजाजत नहीं देती. इसमें अनुपालन के प्रमाणन के लिए मौके पर जाकर निरीक्षण का भी प्रावधान है. दोनों देशों के बीच फिलहाल ‘न्यू स्टार्ट’ एकमात्र परमाणु हथियार नियंत्रण करार है.
मालूम हो कि वॉशिंगटन और मॉस्को ने साल 2010 में ‘न्यू स्टार्ट’ संधि पर हस्ताक्षर किये थे. यह संधि दोनों देशों के लिए तैनात रणनीतिक परमाणु हथियारों और डिलीवरी सिस्टम की संख्या की सीमा को निर्धारित करता है.