Russia Ukraine crisis: रूस ने यूक्रेन के साथ बने युद्ध के हालात के बीच बड़ा कदम उठाने का काम किया है जिसका प्रभाव पूरी दुनिया में पड़ सकता है. इस बीच लोगों के मन में यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ रही है. दरअसल रूस(russia) ने पूर्वी यूक्रेन(Ukraine) के डोनेत्स्क और लुगंस्क को अलग देश के रूप में मान्यता देने की घोषणा कर दी है जिससे अमेरिका, ब्रिटेन जैसे बड़े देश नाराज हैं. आइए इस घटनाक्रम से जुड़ी अबतक की बड़ी बातों पर नजर डाल लेते हैं….
-संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने रूस-यूक्रेन संकट(Russia Ukraine conflict) पर यूएनएससी की आपात बैठक में भारत का पक्ष रखने का काम किया. भारत की ओर से कहा गया है कि रूसी संघ के साथ यूक्रेन की सीमा पर बढ़ता तनाव गहरी चिंता का विषय है. इन घटनाक्रमों से क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को कमजोर हो सकती है. हम सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील करते हैं. हमें विश्वास है कि इस मुद्दे को केवल राजनयिक बातचीत के माध्यम से हल किया जाएगा.
-यूएनएससी की बैठक में अमेरिका ने कहा है कि अमेरिका अंतरराष्ट्रीय कानून के स्पष्ट उल्लंघन के लिए रूस को जवाबदेह ठहराने के लिए और कदम उठाने का काम करेगा. हम और हमारे सहयोगी रूस द्वारा त्वरित और गंभीर प्रतिक्रिया दी जाएगी. इस वक्त कोई भी किनारे पर खड़ा नहीं हो सकता.
-UNSC की बैठक में ब्रिटेन ने कहा- रूस को अपने कदम वापस लेना चाहिए.
-रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस पर शांति वार्ता को बर्बाद करने का आरोप लगाया और मंगलवार की सुबह के शुरुआती घंटों में राष्ट्र के नाम एक संबोधन में किसी भी क्षेत्रीय रियायत को ख़ारिज कर दिया है.
-रूस द्वारा अलगाववादी क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दिए जाने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा ‘‘हम किसी से नहीं डरते”
-रूसी राष्ट्रपति पुतिन के कदम से ब्रिटेन नाराज हो चुका है. उसने कहा है कि रूस पर नए प्रतिबंध लागू करेंगे.
-रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने विद्रोहियों के साथ जल्द ही समझौतों पर हस्ताक्षर करने की भी बात कही है. इसे रूस की ओर से यूक्रेन में सेना भेजने की दिशा में दिशा में उठाए गए कदम के रूप में देखा जा रहा है.
-अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने की यूक्रेन के दो हिस्सों को अलग देश मानने के रूसी कदम की निंदा की है.
-पूर्वी यूक्रेन के DPR और LPR को मान्यता के आदेश पर पुतिन ने हस्ताक्षर कर दिये हैं. रूसी राष्ट्रपति ने DPR और LPR के साथ मैत्री, सहयोग और सहायता की संधि पर हस्ताक्षर किये हैं.
-रूस के द्वारा यूक्रेन के दो राज्यों को स्वतंत्र देश की मान्यता देने के बाद यूरोपी संघ-नाटो ने निंदा की.
-यूक्रेन के दो क्षेत्रों को अलग देश के रूप में मान्यता देने के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने रूसी सेना को उन दोनों इलाकों में भेजने का ऑर्डर भी जारी करने का काम किया है. अब रूसी सेना Donetsk और Lugansk क्षेत्र में पुहंचेगी. जहां यूक्रेन विरोधी और रूसी समर्थक नजर आ रहे हैं.
-यूरोपीय संघ ने यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों को मान्यता देने के रूस के कदम को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार देते हुए कहा कि वह इसमें शामिल लोगों पर प्रतिबंध लगाएगा. इसने यूक्रेन की स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति अपना समर्थन दोहराया.
-आपको बता दें कि रूस ने रविवार को यूक्रेन की उत्तरी सीमाओं के पास सैन्य अभ्यास बढ़ा दिया था. उसने यूक्रेन की उत्तरी सीमा से लगे बेलारूस में करीब 30,000 सैनिकों की तैनाती की है. साथ ही यूक्रेन की सीमाओं पर 1,50,000 सैनिकों, युद्धक विमानों और अन्य साजो-सामान की तैनाती कर रखी है. कीव की आबादी करीब 30 लाख है.
Posted By : Amitabh Kumar