Russia Ukraine War: बीते 23 दिनों से रूस और यूक्रेन का युद्ध जारी है. आज लड़ाई के 24वें दिन भी रूस यूक्रेन के शहरों पर बमबारी कर रहा है. जिसके कारण यूक्रेन में तबाही का भयावह मंजर नजर आ रहा है. रूसी बमों के हमलों में यूक्रेन के कई सुंदर शहर खंडहर में तब्दील होते जा रहे हैं. यूएन ने कहा है कि, रूसी हमलों में कम से कम 816 यूक्रेनी मारे जा चुके हैं. इन सबके बीच यूक्रेन के लिए एक और बड़ी मुसीबत बनते जा रहे हैं वैसे रूसी बम जो नहीं फटे.
24 दिनों से रूस यूक्रेन में लगातार बमों की बारिश कर रहा है. इन बमों ने कई शहरों में तबाही मचा दी है. लेकिन यूक्रेन का कहना है कि वैसे रूसी बम जो नहीं फटे आने वाले समय में ज्यादा बड़ी मुसीबत बनकर आएंगे. यूक्रेन का कहना है कि वैसे बम जो नहीं फटे उन्हें निष्क्रिय करने में कई साल लग जाएंगे. जब तक पूरे बम निष्क्रिय नहीं होंगे, यूक्रेन के लिए खतरा बना रहेगा.
यूक्रेन के गृहमंत्री डेनिस मोनास्टिर्स्की ने कहा ने कहा है कि रूस के हमले के बाद यूक्रेन को बिना फटे बमों को निष्क्रिय करने में सालों का समय लगेगा. गृहमंत्री ने ये भी कहा कि रूसी फौज के रोकने के लिए खास जगहों पर लैंड माइंस भी बिछाए गए हैं. युद्ध के बाद उन्हें हटाना भी एक बड़ी चुनौती होगी.
24 दिनों से लगातार जारी युद्ध में यूक्रेन के सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है. यूएन के एक आकलन के हिसाब से युद्ध में अब तक 8 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. और करीब 65 लाख लोग विस्थापित हुए हैं. कई शहर पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं. इसके बाद भी रूस का हमला लगातार जारी है. बीते शुक्रवार को भी रूस की और से ताबातोड़ मिसाइल दागे गए. जिससे यूक्रेन को भारी क्षति हुई है.
रूस जहां हमलावर तेवर बनाएं हुए है. वहीं, यूक्रेन हमले रोकने की कोशिश में जी जान से जुटा है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेंलेंस्की के सलाहकार एलेक्जेंडर रोडन्स्की ने हमलों को लेकर चीन से अपील की है कि वो रूस पर दबाव बनाए, ताकी रूम तुरंत हमला करना रोक दे. रोडन्स्की ने अपने बयान में कहा है कि यूक्रेन को उम्मीद है कि चीन युद्ध खत्म करने के लिए रूस पर दबाव जरूर डालेगा.
इधर दुनिया के कई देशों की ओर से रूस पर प्रतिबंध पर प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं. अमेरिका यूरोप जापान समेत कई देशों की बड़ी-बड़ी कंपनियों ने रूप पर कई प्रतिबंध लगाए हैं. इसी कड़ी में LG कंपनी ने रूस में अपने सभी डिलीवरी रोकने की घोषणा की है.
Posted by: Pritish Sahay