G-20 Summit: यूक्रेन की सीमा से सटे नाटो (North Atlantic Treaty Organization) सदस्य देश पोलैंड पर मिसाइली हमले के बाद जी-20 बैठक के शेड्यूल में बदलाव देखा जा रहा है. दरअसल, जी-20 की बैठक को लेकर इंडोनेशिया के बाली में वैश्विक नेताओं का जमावड़ा है. इस बीच कथित रूसी मिसाइल से पोलैंड के एक गांव पर हमले की घटना को लेकर अमेरिका ने जी-20 बैठक के दौरान बुधवार को नाटो सदस्य देशों की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है.
Earlier, I met with G20 and NATO Leaders to discuss the explosion in Eastern Poland near the Ukrainian border.
We offer our full support for and assistance with Poland’s ongoing investigation. pic.twitter.com/KZcWZBo4VI
— President Biden (@POTUS) November 16, 2022
इमरजेंसी बैठक में इन देशों के नेता शामिल
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका द्वारा बुलाई गई इमरजेंसी मीटिंग में जर्मनी, कनाडा, नीदरलैंड, जापान, स्पेन, इटली, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम के नेता शामिल हैं. इस बैठक में पेेलौंडे पर मिसाइल से हमले की जांच और आगे की कार्रवाई को लेकर चर्चा की जा रही है. जापान भी इस बैठक में शामिल हैं. लेकिन वह नाटो का सदस्य नहीं है. बताते चले कि नाटो देशों पर हमले को सामूहिक रक्षा सिद्धांत के रूप में देखा जाता है. इसलिए पेलौंड पर हुए हमले के चलते नाटो सदस्य देश भी इसे अपने उपर हमला मान रहे हैं.
मीटिंग के बीच बाइडन का बयान आया सामने
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का इमरजेंसी मीटिंग के बीच बयान सामने आया है. उन्होंने पेलौंड पर हुए हमले में रूस की संलिप्तता से इनकार किया है. बाइडेन ने कहा, संभावना कम है कि रूस ने नाटो सहयोगी पोलैंड में मिसाइल दागी, जिसकी चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई. हालांकि, उन्होंने कहा कि वह पोलैंड की जांच का समर्थन करेंगे, जिसने मिसाइल को रूस निर्मित बताया है.
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रातभर जाकनारी जुटाते रहे बाइडन
पोलैंड पर मंगलवार को मिसाइल दागी गई थी. पोलैंड के एक अधिकारी ने कहा था कि रूस निर्मित एक मिसाइल यूक्रेन सीमा के पास देश के पूर्वी हिस्से में गिरी है. इसके बाद से बाइडन और उनके सहयोगी रातभर इस संबंध में जानकारी बटोरते रहे.