Russia Ukraine War: बीते 7 महीनों से रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. भारत समेत पूरी दुनिया की शांति की कोशिशें धरी की धरी रह जा रही हैं. और यूक्रेन में रूस का हमला तेज होता जा रहा है. वहीं, रूस ने कहा है कि वो यूक्रेन के खिलाफ अब अपने रिजर्व सैनिकों को भी मोर्चे पर उतरेगा. इधर खबर है कि रुस युक्रेन में अपने कब्जे वाले 4 जगहों पर जनमत संग्रह कराने वाले है.
रूस करा रहा है जनमत संग्रह: गौरतलब है कि अपने यूक्रेन में अपने कब्जे वाले 4 इलाकों में रूस जनमत संग्रह करा रहा है. जल्द ही वो इसके नतीजों की भी घोषणा करेगा. वहीं कहा जा रहा है कि रूस जनमत संग्रह के बाद इन इलाकों को अपना बता सकता है. वहीं, यूक्रेन समेत पश्चिमी देश इस जनमत संग्रह को दिखावा करार दे रहे हैं.
परमाणु हमले की धमकी: जनमत संग्रह को लेकर हुए चुनाव के बाद रूस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि रूस के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में यूक्रेन की बढ़त रोकने के लिए रूस कोई भी कदम उठा सकता है. खुद पुतिन ने भी कहा है कि रूसी सेना हर तरीके का इस्तेमाल कर यूक्रेन को बढ़त बनाने से रोकेगी. ऐसे में कई देश इसे परमाणु हमले से जोड़कर भी देख रहे हैं.
दुनिया की अर्थव्यवस्था को चुकानी होगी कीमत: गौरतलब है कि बीते सात महीनों से रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. रूसी हमलों से पूरे यूक्रेन में तबाही मची है. वहीं, रूस पर भी इस युद्ध का प्रतिकूल असर पड़ रहा है. ऐसे में पूरी दुनिया युद्ध को लेकर हो रहे आर्थिक नुकसान को लेकर चिंतित है. ओईसीडी (Organisation for Economic Co-operation and Development) ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि रूस यूक्रेन युद्ध की कीमत पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को अगले साल चुकानी पड़ सकती है.