Russia Ukraine War: रूस यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने नाटो (NATO) पर जमकर भड़ास निकाली है. दरअसल, राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूक्रेन को नो फ्लाई जोन घोषित करने की अपील की थी. लेकिन, उनकी अपील को नाटो ने खारिज कर दिया. जिसके बाद राष्ट्रपति जेलेंस्की नाटो पर जमकर बरसे. उन्होंने यहां तक कह दिया कि, पश्चिम देशों का सैन्य गठबंधन (NATO) यूक्रेन में होने वाली मौतों के लिए जिम्मेदार होगा.
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि अगर यूक्रेन नो फ्लाई जोन घोषित हो जाता तो रूस के हवाई हमलों में कमी आ जाती. वो हवाई हमला नहीं कर सकता. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. जेलेंस्की ने कहा कि, नाटो की कमजोरी और देशों में एकता की कमी के कारण अब रूस बेलगाम हो गया है. वो खुलकर यूक्रेन में हवाई हमला कर रहा है.
बता दें, जंग के 10वें दिन रूस की सेना यूक्रेन पर घातक हमले कर रहे है. थल, जल और रूस की वायुसेना के हमलों से यूक्रेन की धरती थर्रा रही है. इससे पहले लड़ाई के 10वें दिन, रूस की सेना ने यूक्रेन पर जोरदार हमला बोला. रूसी सेना यूक्रेन को समुद्र मार्ग से काटने की कोशिश में नीपर नदी पर बसे ने एनेर्होदर शहर पर जम कर बमबारी की. इसी दौरान जपोरिजिया न्यूक्लियर पावर प्लांट (परमाणु ऊर्जा संयंत्र) में आग लग गयी.
अमेरिकी रक्षा विभाग ने शुक्रवार को बताया कि रूस यूक्रेन युद्ध के पहले सप्ताह में यूक्रेन पर दागी गयी 480 मिसाइलों में से 70 बेलारूस से लॉन्च की गयी थीं. इनमें से 230 मिसाइलें रूस से यूक्रेन लाये गये मोबाइल लॉन्चरों से लॉन्च की गयीं, जबकि 160 रूस से और 10 मिसाइलों को काला सागर में रूसी नौसैनिक जहाजों से लॉन्च किया गया. बता दें कि रूस को मदद करने वाले बेलारूस पर यूरोपियन यूनियन और अमेरिका की भृकुटियां तनी हुई हैं.
जपोरिजिया न्यूक्लियर पावर प्लांट में रूस के हमले पर कीव में अमेरिका के दूतावास ने प्रतिक्रिया भी दी. अमेरिकी दूतावास ने एक ट्वीट में कहा कि एक परमाणु पावर प्लांट पर हमला करना युद्ध अपराध है. यूरोप से सबसे बड़े पावर प्लांट पर पुतिन की गोलाबारी उनके आतंक के शासन को एक कदम और आगे ले गयी है.
Posted by: Pritish Sahay