Russia-Ukraine War : ब्लादिमिर पुतिन ने यूक्रेन को दी चेतावनी-युद्ध तभी रूकेगा जब कीव हथियार डालेगा
रूस की ओर जारी बयान में कहा गया है कि युद्ध तभी रूकेगा, जब कीव रूसी मांगों को पूरा करे.
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के 11 वें दिन राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने आज यूक्रेन को चेतावनी देते हुए कहा कि रूस की सैन्य कार्रवाई तभी रूकेगी जब यूक्रेन हथियार डाल देगा. रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने यह धमकी तुर्की के प्रधान मंत्री तैयप एर्दोगन के साथ एक टेलीफोन पर बातचीत करते हुए यूक्रेन को दी. पुतिन ने कहा कि यूक्रेन को शांति वार्ता के तीसरे दौर के लिए रचनात्मक दृष्टिकोण अपनाने की बेहतर सलाह दी जाती है.
24 फरवरी से जारी है युद्ध
रूस की ओर जारी बयान में कहा गया है कि युद्ध तभी रूकेगा, जब कीव रूसी मांगों को पूरा करे. गौरतलब है कि पश्चिमी शक्तियों के साथ कीव की निकटता और नाटो में शामिल होने के कदम पर राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण किया है और आज युद्ध का 11वां दिन है.
यूक्रेन को नाजियों से मुक्त करना उद्देश्य
मास्को ने जोर देकर कहा है कि उसके हमले तब तक समाप्त नहीं होंगे जब तक कि यूक्रेन की सैन्य क्षमताओं को नष्ट नहीं कर दिया जाता और देश को नये नाजियों से मुक्त नहीं कर दिया जाता है.
जेलेंस्की ने यूक्रेन को नो फ्लाई जोन घोषित करने की मांग की
इधर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों का आह्वान किया है कि वे युद्ध रोकने के लिए यूक्रेन को नो फ्लाई जोन घोषित करें. ज्ञात हो कि अमेरिका और कई पश्चिमी देशों ने हथियारों की खेप के साथ यूक्रेन का समर्थन किया है, लेकिन उन्होंने सैनिक नहीं भेजे हैं. जेलेंस्की ने रविवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि दुनिया हमारे हवाई क्षेत्र को बंद करने के मामले में काफी मजबूत है. नाटो देशों ने उड़ान-निषिद्ध क्षेत्र बनाने से इनकार कर दिया है.
लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का दूसरा प्रयास भी नाकाम
इस बीच यू्क्रेन के एक अधिकारी ने कहा है कि रूसी गोलाबारी जारी रहने के की वजह से दक्षिणी शहर से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का दूसरा प्रयास भी नाकाम हो गया है. यूक्रेन के सैन्य अधिकारियों ने रविवार सुबह कहा था कि मारियूपोल बंदरगाह शहर से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का कार्य पूर्वाह्न 10 बजे से रात नौ बजे के बीच स्थानीय संघर्ष विराम लागू रहने के दौरान दोपहर में शुरू किया जाना था.