Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेनी सेना के बीच जारी जंग फिलहाल खत्म होता नहीं दिख रहा है. दोनों देशों के बीच जारी जंग खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. यूक्रेन पहले ही आशंका जता चुका है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के इरादे खतरनाक है. इन सबके बीच, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने यूक्रेन को चेतावनी देते हुए कहा कि बात बहुत आसान है, अपने भलाई के लिए यूक्रेन हमारी बात मान ले, नहीं तो रूसी सेना इसका फैसला करेगी.
रूसी न्यूज एजेंसी TASS की रिपोर्ट में विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के हवाले से बताया गया है कि यूक्रेन के साथ हमारे प्रस्तावों में शासन द्वारा नियंत्रित क्षेत्रों के विसैन्यीकरण और विमुद्रीकरण रूस की संप्रभुता के लिए खतरों को खत्म करना, हमारी नई भूमि वापस हो. बात बहुत सरल है, यूक्रेन अपने भले के लिए पूरा करें. अन्यथा, रूसी सेना द्वारा इस मुद्दे का फैसला किया जाएगा.
रूस-यूक्रेन पीस फॉर्मूले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने सोमवार को फोन पर बात की. इस दौरान जेलेंस्की ने पीस फार्मूले को लागू करने के लिए भारत का समर्थन मांगा. वहीं, पीएम मोदी ने रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को तत्काल खत्म करने की अपील की. आधिकारिक बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों पक्षों को अपने मतभेदों का स्थायी समाधान खोजने के लिए बातचीत और कूटनीति पर वापस लौटना चाहिए. इस दौरान उन्होंने जेलेंस्की के शांति प्रयासों में भारत के समर्थन की बात कही.
बताते चलें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में दावा किया था कि यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने के लिए रूस बातचीत को तैयार है. जेलेंस्की ने ट्वीट कर कहा, मैंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोन पर बात की और G-20 की सफल अध्यक्षता की कामना की. इसी मंच पर मैंने शांति फार्मूले की घोषणा की और अब मैं इसे लागू करने में भारत की भागीदारी की उम्मीद करता हूं. मैंने मानवीय सहायता और संयुक्त राष्ट्र में समर्थन के लिए भी धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, मैंने भारत से अपने शांति फॉर्मूले पर भी समर्थन मांगा.
पीएमओ के मुताबिक, पीएम मोदी ने अपील की है कि यूक्रेन प्रशासन भारतीय छात्रों की शिक्षा की व्यवस्था करे, जो युद्ध की शुरुआत में लौट आए थे. प्रधानमंत्री ने यूक्रेन में मानवीय मदद जारी रखने का भी भरोसा दिलाया. बातचीत के दौरान दोनों देशों ने द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के मुद्दे पर भी चर्चा की. इससे पहले 16 दिसंबर को पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी. इस दौरान पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से यूक्रेन मुद्दे को बातचीत और कूटनीति के आधार पर सुलझाने की सलाह दी थी.
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