रूस और यूक्रेन के बीच जारी घमासान लड़ाई के बीच यूएनएससी (UNSC) में एक बैठक आयोजित की गई. बैठक में रूस ने युद्ध के बीच अपना मानवीय पक्ष पेश किया, रूस ने कहा कि, यूक्रेन में स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन के क्षेत्र से उसने 1,68,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित रूप से रूस पहुंचायाहै. कहा की बीते एक दिन में 5,550 लोगों को बॉर्डर पार करा चुके हैं. यूएनएससी की बैठक में रूस ने ये भी दोहराया कि, हम यूक्रेन से आने वाले नागरिकों के लिए अस्थायी आवास स्थल भी स्थापित कर रहे हैं.
From the area of special military operation, more than 1,68,000 people have safely evacuated to Russia & in last 24 hours, 5,550 people have crossed the border. We're also establishing temporary accommodation points for the civilians arriving from Ukraine: Russia at UNSC meeting pic.twitter.com/f31jLsiiQe
— ANI (@ANI) March 7, 2022
यूएनएससी की बैठक में भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने रूस और यूक्रेन से युद्ध को तत्काल समाप्त करने की अपील की. बैठक में तिरुमूर्ति ने कहा कि, भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए 80 से अधिक निकासी उड़ानें भरी जा चुकी हैं. हम उनकी वापसी की सुविधा में यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों के अधिकारियों द्वारा प्रदान की गई सहायता की सराहना करते हैं.
More than 80 evacuation flights have been crisscrossing the skies to bring Indians home. We're appreciative of the assistance rendered by authorities of Ukraine and its neighboring countries in facilitating their return: India's Permanent Rep to UN, TS Tirumurti at UNSC meeting pic.twitter.com/p5KMND7SfS
— ANI (@ANI) March 7, 2022
इससे पहले सोमवार को जारी युद्ध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के राष्ट्रपतियों से अलग-अलग बातचीत की. इस दौरान पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सुझाव दिया कि वह यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से सीधी बातचीत करें. मोदी ने कहा कि इससे शांति की दिशा में चल रहे प्रयासों में काफी मदद मिल सकती है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मोदी और पुतिन के बीच फोन पर करीब 50 मिनट और मोदी और जेलेंस्की के बीच करीब 35 मिनट बातचीत हुई.
मोदी और पुतिन के बीच बातचीत के बाद रूस की ओर से कोई आधिकारिक बयान अभी तक नहीं आया है जबकि जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने अपने देश के खिलाफ रूस के हमलों का जवाब देने की जरूरत के बारे में प्रधानमंत्री मोदी को सूचित किया है. उन्होंने यूक्रेन के लोगों को निरंतर समर्थन के लिए भारत को धन्यवाद दिया.
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद मोदी और पुतिन के बीच यह तीसरी वार्ता थी. भारत, रूस और यूक्रेन के शीर्ष नेताओं से युद्ध को तत्काल समाप्त करने तथा वार्ता और कूटनीति के जरिए मतभेदों को दूर करने की अपील करता आ रहा है. रूसी समाचार एजेंसी इंटरफेक्स ने स्थानीय अधिकारियों के हवाले से बताया कि रूस ने संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय रक्षा एवं सहयोग संगठन और रेडक्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति को कीव, मारियुपोल, खारकीव तथा सूमी में मानवीय गलियारा खोले जाने की जानकारी दी है.
Posted by: Pritish Sahay