Russia-Ukraine Crisis: यूक्रेन में घुसी रूस की सेना, एक्शन में अमेरिका, राष्ट्रपति बाइडेन ने किया ये ऐलान
Russia-Ukraine Crisis: रूस-यूक्रेन विवाद दिन ब दिन गहराता जा रहा है. यूक्रेन की सीमा पर रूसी सैनिकों का जमावड़ा है. वहीं, रूसी हमले की संभावना के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस पर कई आर्थिक प्रतिबंधों का ऐलान किया. इस प्रतिबंधों के बाद रूस पश्चिमी देशों के साथ व्यापार नहीं कर पाएगा.
Russia-Ukraine Crisis: रूस-यूक्रेन विवाद दिन ब दिन गहराता जा रहा है. यूक्रेन की सीमा पर रूसी सैनिकों का जमावड़ा है. आशंका है कि रूस कभी भी हमला कर सकता है. वहीं, रूसी राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन के पूर्वी यूक्रेन के 2 क्षेत्रों को अलग राज्य घोषित करने से पूरी दुनिया भर में हलचल मच गई है. वहीं, रूसी हमले की संभावना के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस पर कई आर्थिक प्रतिबंधों का ऐलान किया. इस प्रतिबंधों के बाद रूस पश्चिमी देशों के साथ व्यापार नहीं कर पाएगा. इसके अलावा रूस को पश्चिमी देशों से सहायता भी मिलनी बंद हो जाएंगी.
रूस पर अमेरिका समेत इन देशों ने लगाये प्रतिबंध: अमेरिका और यूरोपिय यूनिये रूस पर कई आर्थिक प्रतिबंध लगाएं हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो वाइडेन ने कहा है कि कई और कदम हैं जो रूस के खिलाफ उठाये जाने हैं. इसी कड़ी में जर्मनी ने भी रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं, जर्मनी ने नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन को चालू करने के लिए जरूरी प्रमाणन की प्रक्रिया रोकी.
बता दें, नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन के जरिये प्राकृतिक गैस रूस से जर्मनी पहुंचनी है. ब्रिटेन ने पांच रूसी बैंकों और तीन अरबपतियों- गेनेडी टिमचेंको, बोरिस रोटेनबर्ग और इगोर रोटेनबर्ग पर प्रतिबंध लगाया है. इसके अलावा यूरोपीय संघ के 27 देशों ने रूस पर पाबंदियां लगाने पर सहमति जताई है. इन प्रतिबंधों के बाद रूस की यूरोपीय संघ के वित्तीय बाजारों तक पहुंच बहुत सीमित की जायेगी.
गौरतलब है कि रूसी सेना मंगलवार को ही यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों दोनेत्स्क और लुहांस्क में घुस गयी है. रूसी संसद ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को देश के बाहर सैन्य बल प्रयोग की अनुमति दे दी है. इससे रूस के यूक्रेन पर बड़ा आक्रमण करने की आशंका बढ़ गयी है. अलगाववादियों के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में रूसी बख्तरबंद वाहनों के काफिले देखे जा रहे हैं.
इससे पहले सोमवार देर रात को पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन स्थित दोनेत्स्क और लुहांस्क क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दी. रूस के इस कदम के खिलाफ कई पश्चिमी देशों ने प्रतिबंध का एलान कर दिया है. इस बीच, रूस ने कहा कि वह यूक्रेन से देश के राजनयिक कर्मियों को बाहर निकाल रहा है, क्योंकि उन्हें धमकियां मिली हैं.
पुतिन ने कहा- यूक्रेन को नाटो से रखें दूर खत्म होगा संकट: पुतिन ने कहा कि मौजूदा संकट समाप्त करने के लिए यूक्रेन की नाटो में शामिल होने की कोशिश अस्वीकार की जानी चाहिए. पश्चिमी देशों को यूक्रेन में हथियारों की आपूर्ति बंद करनी चाहिए. उन्होंने क्रीमिया को मान्यता देने का आह्वान किया.
Posted by: Pritish Sahay