Russia-Ukraine Crisis: रूस यूक्रेन युद्ध में एक नया मोड़ सामने आ गया है. हाल ही में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि यूक्रेन द्वारा रूसी क्षेत्र पर कब्जा के बाद अब रूस जमीन के आदान-प्रदान पर कोई विचार नहीं कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की रूसी जमीन पर शायद इसलिए कब्जा कर रहे हैं ताकि बाद में जब समझौता होगा तो यह जमीन आदान-प्रदान के काम आएगी. लेकिन उनका ऐसा मानना बिल्कुल गलत है हम जमीनों के आदान-प्रदान पर बिल्कुल बात नहीं करेंगे. और जहां तक हमारे जमीनों की बात है तो हम जल्द ही यूक्रेनी सैनिकों को वहां से खदेड़ देंगे.
संविधान के आधार पर समझौता करना चाहते हैं- राष्ट्रपति पुतिन
कुछ समय पहले रूसी विदेश मंत्री ने अपने एक बयान में कहा था कि रूस समझौते के खिलाफ नहीं है और जो लोग समझौते के खिलाफ हैं उन्हें यह समझना होगा कि जितना अधिक समय वे इसे टालेंगे समझौते तक पहुंचना उतना ही मुश्किल होगा. राष्ट्रपति पुतिन ने भी कहा था कि हम वास्तविकता के आधार पर स्थिति को समझने की कोशिश कर रहे हैं और जमीनी हकीकत और संविधान के आधार पर समझौता करना चाहते हैं.
समझौते के लिए हम हमारी पुरानी शर्तों पर ही हैं- लावरोव
लावरोव ने कहा कि समझौते के लिए हम हमारी पुरानी शर्तों पर ही हैं. यूक्रेन नाटो में शामिल नहीं हो सकता इसके अलावा जमीनों की लेनदेन पर कोई बात नहीं होगी. विदेश मंत्री ने कहा कि हम लगातार यूक्रेन के हमलों का जवाब दे रहे हैं और अभी किसी भी तरह की बातचीत के लिए उत्सुक नहीं हैं. रूस ने अब तक यूक्रेन ने 150 से अधिक ड्रोन को मार गिराया है.
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