9/11 हमले में शामिल था सऊदी अरब? अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने जारी किये अहम दस्तावेज

दस्तावेज में अमेरिका में सऊदी सहयोगियों के साथ अपहर्ताओं के संपर्कों का वर्णन किया गया है, लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि सऊदी सरकार साजिश में शामिल थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2021 11:37 AM

11 सितंबर 2001 को अमेरिका पर हुए आतंकी हमले ने पूरी दुनिया को सकते में डाल दिया था. शनिवार को इसकी 20वीं बरसी पर अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने एक दस्तावेज जारी किया है. 16 पन्नों के इस दस्तावेज में बताया गया कि इस आतंकी हमले का साऊदी अरब कनेक्शन क्या था. दस्तावेज आतंकवादी हमलों के लिए दो सऊदी अपहर्ताओं को प्रदान की गयी रसद सहायता से संबंधित है.

हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक दस्तावेज में सऊदी सहयोगियों के साथ अपहर्ताओं के संपर्कों का वर्णन किया गया है, लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि सऊदी सरकार साजिश में शामिल थी. यह दस्तावेज, उस पहले खोजी रिकॉर्ड का हिस्सा है, जिसका धीरे-धीरे खुलासा किया जाना है. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उन सामग्रियों की एक अवर्गीकरण समीक्षा का आदेश दिया है जो वर्षों से सार्वजनिक दृश्य से बाहर हैं.

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बाइडेन को हाल के हफ्तों में पीड़ितों के परिवारों के दबाव का सामना करना पड़ा था, जिन्होंने न्यूयॉर्क में एक मुकदमे में लंबे समय से रिकॉर्ड की मांग कर रहे हैं. आरोप लगाया गया है कि इस हमले में सऊदी के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे. सऊदी सरकार लंबे समय से इस हमले में किसी भी संलिप्तता से इनकार करती रही है. वाशिंगटन में सऊदी दूतावास ने बुधवार को कहा कि उसने सभी निराधार आरोपों को समाप्त करने के तरीके के रूप में सभी रिकॉर्डों के पूर्ण अवर्गीकरण का समर्थन किया.

दूतावास ने कहा कि सऊदी अरब की मिलीभगत का कोई भी आरोप स्पष्ट रूप से झूठ था. बाइडेन ने पिछले हफ्ते न्याय विभाग और अन्य एजेंसियों को जांच दस्तावेजों की डीक्लासिफिकेशन समीक्षा करने और अगले छह महीनों में जो कुछ भी वे कर सकते हैं उसे जारी करने का आदेश दिया. न्यूयॉर्क, पेनसिल्वेनिया और उत्तरी वर्जीनिया में 11 सितंबर के स्मारक कार्यक्रमों में बिडेन के भाग लेने के कुछ घंटों बाद शनिवार की रात को 16 पृष्ठ के दस्तावेज जारी किये गये हैं.

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पीड़ितों के रिश्तेदारों ने पहले औपचारिक कार्यक्रमों में बाइडेन की उपस्थिति पर आपत्ति जताई थी, जब तक कि दस्तावेजों को वर्गीकृत नहीं किया जाता था. शनिवार को जारी किये गये भारी संशोधित रिकॉर्ड में एक व्यक्ति के साथ 2015 के साक्षात्कार का वर्णन है जो अमेरिकी नागरिकता के लिए आवेदन कर रहा था और वर्षों पहले सऊदी नागरिकों के साथ बार-बार संपर्क किया था. जांचकर्ताओं ने कहा कि कई अपहर्ताओं को महत्वपूर्ण रसद सहायता प्रदान की गयी थी.

दस्तावेज अमेरिका और सऊदी अरब के लिए राजनीतिक रूप से नाजुक समय पर जारी किए जा रहे हैं. इन दोनो देशों ने विशेष रूप से आतंकवाद विरोधी मामलों पर जो गठबंधन बनाया है, उसपर असर पड़ सकता है. बाइडेन प्रशासन ने फरवरी में एक खुफिया आकलन जारी किया जिसमें क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को 2018 में यूएस-आधारित पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या में शामिल किया गया था, लेकिन क्राउन प्रिंस को सीधी सजा से बचाने के लिए डेमोक्रेट्स की आलोचना हुई.

11 सितंबर के बारे में हमलों के तुरंत बाद से आधिकारिक संलिप्तता की अटकलें लगाई जा रही थीं. जब यह पता चला था कि 19 हमलावरों में से 15 सऊदी थे. उस समय अल-कायदा का नेता ओसामा बिन लादेन, राज्य के एक प्रमुख परिवार से था. अमेरिका ने कुछ सऊदी राजनयिकों और अन्य सऊदी सरकार के संबंधों की जांच की, जो अपहर्ताओं को अमेरिका में आने के बाद जानते थे. फिर भी, 9/11 आयोग की रिपोर्ट में कोई सबूत नहीं मिला कि एक संस्था या वरिष्ठ सऊदी अधिकारियों के रूप में सऊदी सरकार ने व्यक्तिगत रूप से वित्त पोषित किया था.

Posted By: Amlesh Nandan.

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