Ukraine Russia War: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत में यूक्रेन में संघर्ष को जल्द समाप्त करने पर जोर देते हुए कहा कि आज का युग युद्ध का नहीं है. इसके अलावा पीएम मोदी ने वैश्विक खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा संकट के समाधान के लिए मार्ग तलाशने का भी आह्वान किया.
समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (SCO Summit 2022) के वार्षिक शिखर सम्मेलन के इतर एक द्विपक्षीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन में अस्थिरता को जल्द से जल्द समाप्त करने का आह्वान करते हुए लोकतंत्र, संवाद और कूटनीति के महत्व को रेखांकित किया. पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया, खासकर विकासशील देशों के सामने सबसे बड़ी चिंता, खाद्य सुरक्षा, ईंधन सुरक्षा, उर्वरक की है. हमें इन समस्याओं के उपाय खोजने चाहिए और आपको भी इस पर विचार करना होगा. हमें इन मुद्दों पर बात करने का मौका मिलेगा.
फरवरी में यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के बाद दोनों नेताओं के बीच आमने-सामने की यह पहली मुलाकात थी. पीएम मोदी ने कहा, मुझे पता है कि आज का युग युद्ध का नहीं है. हमने इस मुद्दे पर आपके साथ कई बार फोन पर चर्चा की है कि लोकतंत्र, कूटनीति और संवाद पूरी दुनिया को छूते हैं. हमें आज बात करने का अवसर मिलेगा कि हम आने वाले दिनों में किस तरह शांति के मार्ग पर आगे बढ़ सकते हैं.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन में मौजूदा संघर्ष के संदर्भ में अस्थिरता को जल्द समाप्त करने और बातचीत तथा कूटनीति की आवश्यकता के लिए अपने आह्वान को दोहराया. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि वह यूक्रेन संघर्ष पर भारत की चिंताओं से अवगत हैं और रूस इसे जल्द से जल्द समाप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा. पुतिन ने अपनी शुरुआती टिप्पणियों में कहा कि मैं यूक्रेन में संघर्ष पर आपकी स्थिति के बारे में जानता हूं. मैं आपकी चिंताओं के बारे में समझता हूं. मुझे पता है कि आप इन चिंताओं को साझा करते हैं और हम सभी जल्द से जल्द इन सभी का अंत चाहते हैं.
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन ने वार्ता प्रक्रिया में शामिल होने से इनकार कर दिया है और वह सैन्य रूप से युद्ध के मैदान पर अपने उद्देश्यों को प्राप्त करना चाहता है. पुतिन ने मोदी से कहा कि हम आपको वहां होने वाली हर चीज से अवगत कराएंगे. बैठक के बाद मोदी ने बातचीत को शानदार बताया. मोदी ने ट्वीट किया, राष्ट्रपति पुतिन के साथ शानदार बैठक हुई. हमें व्यापार, ऊर्जा, रक्षा और अन्य क्षेत्रों में भारत-रूस सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा करने का अवसर मिला. हमने अन्य द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की.
शुरुआती टिप्पणियों में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि भारत और रूस के बीच लगातार अच्छे संबंध बने हुए हैं और दोनों पक्ष प्रमुख मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सक्रिय रूप से भागीदारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हम लगातार तालमेल बनाए रखें. पुतिन ने द्विपक्षीय व्यापार में बढ़ोतरी का भी संदर्भ दिया. पुतिन ने कहा, विशेष रूप से आपूर्ति के कारण व्यापार बढ़ रहा है, जैसा कि आपने भारतीय बाजार में रूसी उर्वरकों की अतिरिक्त आपूर्ति के लिए कहा था. उन्होंने कहा, रूस से भारत में उर्वरकों की आपूर्ति में आठ गुणा से अधिक की वृद्धि हुई है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह संघर्ष के शुरुआती चरण में यूक्रेन के विभिन्न क्षेत्रों से भारतीय छात्रों को बचाने में मदद करने के लिए रूस और यूक्रेन के आभारी हैं. मोदी ने कहा कि मैं यूक्रेन और आपको धन्यवाद देना चाहता हूं क्योंकि इस संकट के शुरुआती दिनों में, हमारे हजारों छात्र यूक्रेन में फंस गए थे. हम आपके और यूक्रेन की मदद से अपने छात्रों को यूक्रेन से सुरक्षित निकालने में कामयाब रहे. मैं दोनों देशों का शुक्रगुजार हूं. पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध कई गुणा मजबूत हुए हैं और नयी दिल्ली मास्को के साथ अपने संबंधों को महत्व देती है. मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध कई गुणा बढ़ गए हैं. हम रिश्ते को महत्व देते हैं क्योंकि हम ऐसे दोस्त हैं जो कई दशकों से साथ रहे हैं. दुनिया जानती है कि भारत और रूस के किस तरह के संबंध हैं. दुनिया जानती है कि यह एक अटूट दोस्ती है.
पुतिन ने पिछले साल दिसंबर में भारत यात्रा की यादों के बारे में भी बात की और मोदी को रूस की यात्रा के लिए आमंत्रित किया. पुतिन ने मोदी को जन्मदिन की बधाई भी दी. मोदी का शनिवार को जन्मदिन है. पुतिन ने कहा, मुझे पता है कि कल मेरे प्यारे दोस्त, आप अपना जन्मदिन मनाने वाले हैं. रूसी परंपरा के तहत हम कभी भी अग्रिम बधाई नहीं देते हैं. इसलिए मैं अभी ऐसा नहीं कर सकता. हम मित्र राष्ट्र भारत को शुभकामनाएं देते हैं और हम आपके नेतृत्व में भारत की समृद्धि की कामना करते हैं. एक ट्वीट में, प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने वार्ता को सार्थक बताया. पीएमओ ने ट्वीट किया, दोनों नेताओं ने भारत-रूस संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से व्यापक विषयों पर सार्थक चर्चा की.