Bangladesh News : शेख हसीना वापस जाएंगी बांग्लादेश? मुहम्मद यूनुस ने भारत के सामने रखी ये शर्त
Bangladesh News : अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने कहा कि भारत को हसीना को छोड़कर बाकी सब को इस्लामिक बताने वाले विमर्श से आगे बढ़ने की जरूरत है.
Bangladesh News : बांग्लादेश में 5 अगस्त को तख्तापलट हुआ था. इसके आज एक महीने पूरे हो गए हैं. इस बीच अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने भारत पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि शेख हसीना भारत में हैं और वहां से बांग्लादेश पर राजनीतिक टिप्पणी कर रहीं है जो सही नहीं है. यदि भारत हसीना को तब तक अपने पास रखना चाहता है जब तक बांग्लादेश उन्हें वापस नहीं बुला ले, तो शर्त यह होगी कि उन्हें चुप रहना होगा. भारत को हसीना को छोड़कर बाकी सब को इस्लामिक बताने वाले विमर्श से आगे बढ़ने की जरूरत है.
ढाका में अपने आधिकारिक आवास पर एक इंटरव्यू के दौरान यूनुस ने जोर देकर कहा कि बांग्लादेश भारत के साथ मजबूत संबंधों को महत्व देता है लेकिन नयी दिल्ली को उस विमर्श से आगे बढ़ना चाहिए जो अवामी लीग को छोड़कर शेष अन्य राजनीतिक दलों को इस्लामिक के रूप में चित्रित करता है और यह कि देश शेख हसीना के बिना अफगानिस्तान के समान हो जाएगा.
शेख हसीना के खिलाफ बांग्लादेश में कितने मामले दर्ज?
चार सितंबर को बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ हत्या के दो और मामले दर्ज किए गए. इसके बाद उनके खिलाफ मुकदमों की कुल संख्या 94 हो गई है. 76 साल की हसीना ने पिछले महीने इस्तीफा दे दिया था और भागकर भारत पहुंचीं थीं. अवामी लीग नेता हसीना के खिलाफ ज्यादातर मामले सरकारी नौकरियों में विवादास्पद कोटा प्रणाली के खिलाफ छात्रों के व्यापक प्रदर्शन के दौरान हत्याओं से जुड़े हैं. ‘डेली स्टार’ अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, 19 जुलाई को विरोध प्रदर्शन के दौरान ढाका के एक निवासी की हत्या का मामला बुधवार को हसीना और 26 अन्य लोगों पर दर्ज किया गया.
बांग्लादेश की अतंरिम सरकार ने किसे दी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी?
इस बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की ओर से चेतावनी दी गई है कि वह देश में अस्थिरता पैदा करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी. ‘डेली स्टार’ अखबार में इसको लेकर खबर प्रकाशित की गई है. खबर के अनुसार, गृह मंत्रालय ने एक परिपत्र जारी कर चेतावनी दी है और अति उत्साही एवं स्वार्थी लोगों द्वारा जबरन इस्तीफे, तोड़फोड़, आगजनी, अवैध तलाशी, लूटपाट और जबरन वसूली से पैदा हो रही अस्थिरता पर चिंता व्यक्त की है.
(इनपुट पीटीआई)
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