Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में सड़क से लेकर संसद तक कोहराम मचा हुआ है. पूरा देश घोर आर्थिक संकट (Sri Lanka Economic Crisis) से जूझ रहा है. लोगों के पास खाने के लिए अन्न नहीं हैं. अस्पतालों में दवाई नहीं हैं, भीषण गर्मी में घंटों पावर कट ने आम जनों का जीना मुहाल कर दिया है. नौबत यह है कि गंभीर आर्थिक संकट से दो चार हो रहे लोग अब सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इन सबके बीच श्रीलंका की सरकार ने साफ कर दिया है कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे किसी भी परिस्थिति में इस्तीफा नहीं देंगे और वह मौजूदा मुद्दों का सामना करेंगे.
बढ़ती महंगाई, घोर किल्लत से परेशान होकर आम आदमी सड़क पर उतर गया है. हर तबके के लोग सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं. लोग राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. इधर, श्रीलंका में किल्लत से हर दिन बिगड़ते हालात को देखते हुए संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धन ने चेतावनी देते हुए कहा की अगर जल्द से जल्द हालात नहीं सुधरे तो देश में भोजन, गैस और बिजली की कमी से भुखमरी फैलने लगेगी.
श्रीलंका के मौजूदा हालात पर श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर सनथ जयसूर्या ने कहा है कि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग इस स्थिति से गुज़र रहे हैं. वे इस तरह जीवित नहीं रह सकते और विरोध करना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि गैस की किल्लत है और घंटों बिजली की आपूर्ति नहीं है. जयसूर्या ने कहा कि, लोगों ने अब श्रीलंकाई सरकार के खिलाफ विरोध करना शुरू कर दिया है. वे सरकार को दिखा रहे हैं कि वे पीड़ित हैं. यदि संबंधित लोग इसे ठीक से संबोधित नहीं करते हैं, तो यह एक आपदा में बदल जाएगा. फिलहाल इसकी जिम्मेदारी वर्तमान सरकार की होगी.
आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका की भारत बढ़-चढ़ कर मदद कर रहा है. भारत की मदद को लेकर क्रिकेटर सनथ जयसूर्या ने कहा कि, हमारे देश के पड़ोसी और बड़े भाई के रूप में भारत ने हमेशा हमारी मदद की है. हम भारत सरकार और पीएम मोदी के आभारी हैं. हमारे लिए, मौजूदा परिदृश्य के कारण जीवित रहना आसान नहीं है. हम भारत और अन्य देशों की मदद से इससे बाहर निकलने की उम्मीद करते हैं.
As a neighbour and a big brother of our country, India has always helped us. We're grateful to the Indian govt and PM Modi. For us, it is not easy to survive because of the current scenario. We hope to come out from this with the help of India & other countries: Sanath Jayasuriya pic.twitter.com/y8JfzZWJmN
— ANI (@ANI) April 7, 2022
श्रीलंका में रोजमर्रा की इस्तेमाल होने वाली चीजों की घोर किल्लत हैं. अनाज, फल, सब्जियां, अन्य खाद्यान्न, पेट्रोल डीजल की जबरदस्त कमी है. इनके दाम बेतहाशा बढ़ गये हैं. 12 से 13 घंटे पावर कट रह रहे हैं. पानी की भी देश में किल्लत हो गई है. दवाइयों को लिए भी लोगों को घंटों लाइन लगाना पड़ रहा है. उसके बाद भी जरूरी दवा मयस्सर नहीं हैं.
गौरतलब है कि, आर्थिक संकट के बीच श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने देश में एक अप्रैल से लगाया गया आपातकाल बीते मंगलवार की देर रात हटा दिया था. वहीं, सरकार ने आपातकाल लगाने के राजपक्षे के निर्णय का बचाव करती नजर आ रही है. मुख्य सरकारी सचेतक मंत्री जॉनसन फर्नांडो ने संसद में दावा किया कि देश में हिंसा के पीछे विपक्षी जनता विमुक्ति पेरामुनावास पार्टी का हाथ था.
Posted by: Pritish Sahay