श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने दिया इस्तीफा, लोग बोले- अर्थव्यवस्था को कर दिया बर्बाद
Sri Lanka crisis: श्रीलंका छोड़कर जा चुके राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने गुरुवार को अपना इस्तीफा ई-मेल के जरिये संसद के स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धना के कार्यालय को अपना इस्तीफा भेज दिया है. नया राष्ट्रपति निर्वाचित होने तक प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे राष्ट्रपति का प्रभार संभालेंगे.
Sri Lanka crisis : संसद अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने ने आधिकारिक घोषणा की कि श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया है. श्रीलंकाई संसद के अध्यक्ष ने कहा कि नया राष्ट्रपति निर्वाचित होने तक प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे राष्ट्रपति का प्रभार संभालेंगे. इससे पहले सिंगापुर में रह रहे करीब दो दर्जन श्रीलंकाई नागरिक श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के देश से मालदीव भागने और फिर यहां आने की खबरों के बीच चांगी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पहुंचे तथा कहा कि ‘‘हम यहां एक अपराधी और एक भगोड़े को देखने के लिए आये हैं जिन्होंने हमारी अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया.
गुरुवार शाम ये खबर आयी
इससे पहले खबर आयी थी कि श्रीलंका छोड़कर जा चुके राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने गुरुवार को अपना इस्तीफा ई-मेल के जरिये संसद के स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धना के कार्यालय को अपना इस्तीफा भेज दिया है, जो दस्तावेज की वैधता की जांच कर रहा है. खबरों के मुताबिक, स्पीकर ने कहा था कि उन्हें राष्ट्रपति राजपक्षे का इस्तीफा मिला है और उनका कार्यालय पत्र की वैधता की जांच कर रहा है.
#WATCH | Yes resignation has been accepted, legal process will follow…Members will be invited tomorrow (to elect a President): Sri Lanka Speaker Mahinda Yapa Abeywarden confirms President Gotabaya Rajapaksa's resignation pic.twitter.com/jLomNW64Cq
— ANI (@ANI) July 15, 2022
मालदीव से गुरुवार शाम सिंगापुर पहुंचे राजपक्षे
सउदी एयरलाइन की एक उड़ान मालदीव से गुरुवार शाम में सिंगापुर पहुंची, जिसमें राजपक्षे सवार थे और इसके शीघ्र बाद सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने एक निजी यात्रा पर उनकी यहां मौजूदगी की पुष्टि की तथा यह भी कहा कि उन्होंने शरण देने का अनुरोध नहीं किया है. हवाईअड्डा पहुंचे श्रीलंकाई नागरिकों ने राजपक्षे (73) को एक ‘भगोड़ा’, ‘भ्रष्ट’ और ‘युद्ध अपराधी’ करार दिया. राजपक्षे की यहां मौजूदगी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एक श्रीलंकाई नागरिक ने कहा कि सिंगापुर के गृह मंत्री ने 21 सितंबर को कहा था कि शरण पाने के लिए कोई जगह नहीं है. फिर वह (राजपक्षे) यहां क्यों हैं?
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सिंगापुर आने की अनुमति क्यों दी गई?
श्रीलंकाई मूल की एक उद्यमी ने कहा कि वह यहां एक रैली में शामिल होने या लंबे समय के लिए आये हैं, यह एक सवाल है. उन्हें यहां आने की अनुमति क्यों दी गई? वह एक अपराधी हैं, वह युद्ध अपराधों को लेकर वांछित हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति भाग सकते हैं लेकिन छिप नहीं सकते. एक देश के तौर पर सिंगापुर को यह रुख अपनाना चाहिए कि वह ऐसे अपराधियों, राष्ट्रपति को प्रवेश नहीं करने देगा, जो एक ऐसे देश से भागे हैं जहां उन्होंने काफी नुकसान पहुंचाया है, अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है.