Sri Lanka Economic Crisis: भारी कर्ज के बोझ और गहरे वित्तीय एवं सियासी संकट से जूझ श्रीलंका ने सख्त कदम उठाया है. श्रीलंका के शेयर बाजार कोलंबो स्टॉक एक्सचेंज में कारोबार एक हफ्ते तक बंद रखने का निर्णय लिया है. श्रीलंका प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (SEC) ने शनिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में इसकी घोषणा की है.
प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, निवेशकों को बाजार के बारे में अधिक स्पष्टता एवं समझ पैदा करने के लिए मौका देने के इरादे से कोलंबो स्टॉक एक्सचेंज में आने वाले हफ्ते में सोमवार से लेकर शुक्रवार तक पांचों दिन कारोबार बंद रखने का फैसला किया गया है. इस घोषणा का मतलब है कि 18 अप्रैल से शुरू होकर 22 अप्रैल तक कोलंबो शेयर बाजार में कारोबार अस्थायी तौर पर बंद रहेगा.
कोलंबो स्टॉक एक्सचेंज के निदेशक मंडल ने एक दिन पहले एसईसी से कारोबार को अस्थायी तौर पर बंद करने का अनुरोध किया था. इसके लिए श्रीलंका की मौजूदा परिस्थितियों का हवाला दिया गया था. एसईसी ने यह फैसला पिछले कुछ हफ्तों से श्रीलंका में जारी भारी आर्थिक संकट और फिर उसके बाद उपजी राजनीतिक अस्थिरता को देखते हुए उठाया है.
श्रीलंका के पास ईंधन एवं रोजमर्रा के सामान खरीदने के लिए भी जरूरी विदेशी मुद्रा की भारी कमी हो चुकी है. हालत यह हो गई है कि श्रीलंका सरकार ने विदेशी कर्जों के भुगतान को स्थगित कर दिया है. आर्थिक संकट गहराने से देश भर में सरकार विरोधी प्रदर्शन भी तेज हो गए हैं. प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
इन सबके बीच, श्रीलंका में आर्थिक संकट के चलते कोलंबो के गॉल फेस में लोग सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि हम सच्चे नेता चाहते हैं जो आकर हमारा नेतृत्व करे. सारे राजनेता भ्रष्टाचारी हैं. ऐसे कई लोग हैं जो राजनेता नहीं हैं लेकिन ईमानदार हैं.