Loading election data...

पत्नी के साथ मालदीव पहुंचे श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे, काफी मशक्‍कत के बाद छोड़ पाये देश

Sri Lanka Crisis : श्रीलंकाई वायु सेना मीडिया निदेशक ने इस बाबत जानकारी दी है कि श्रीलंका के राष्ट्रपति, 2 अंगरक्षकों के साथ पहली महिला को मालदीव के लिए उड़ान भरने के लिए आव्रजन, सीमा शुल्क और अन्य कानूनों के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा पूर्ण अनुमोदन के अधीन किया गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2022 9:14 AM
an image

श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे का पता चल गया है. जो ताजा जानकारी सामने आ रही है, उसके अनुसार राजपक्षे अपनी पत्नी के साथ मलदीव पहुंचे हैं. उनके साथ दो बॉडीगार्ड भी हैं. बताया जा रहा है कि रक्षा मंत्रालय की सहमति मिलने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया. श्रीलंका के प्रथानमंत्री के मीडिया प्रभाग ने बताया कि श्रीलंका के प्रधानमंत्री कार्यालय ने पुष्टी की है कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने देश छोड़ दिया है.

श्रीलंकाई वायु सेना मीडिया निदेशक ने इस बाबत जानकारी दी है कि श्रीलंका के राष्ट्रपति, 2 अंगरक्षकों के साथ पहली महिला को मालदीव के लिए उड़ान भरने के लिए आव्रजन, सीमा शुल्क और अन्य कानूनों के लिए रक्षा मंत्रालय द्वारा पूर्ण अनुमोदन के अधीन किया गया. 13 जुलाई की सुबह उन्हें वायु सेना के विमान उपलब्ध करा दिये गये थे. खबरों की मानें तो श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने बुधवार को मालदीव स्‍थित वेलाना इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड किया.

Also Read: श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे 13 जुलाई को देंगे इस्तीफा, प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे ने की पुष्टि
मालदीव सरकार के प्रतिनिधियों ने राजपक्षे की अगवानी की

सूत्रों ने मालदीव के सूत्रों के हवाले से बताया कि गत रात वेलाना हवाई अड्डे पर मालदीव सरकार के प्रतिनिधियों ने राजपक्षे की अगवानी की. इससे पहले सोमवार रात को राजपक्षे और उनके भाई बासिल ने राजपक्षे परिवार के खिलाफ बढ़ते जन आक्रोश के बीच देश छोड़ने की कोशिश की, लेकिन हवाई अड्डे पर आव्रजन अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया. बासिल देश के पूर्व वित्त मंत्री हैं.

परिवार संग दुबई भागने वाले थे राजपक्षे

इससे पहले जो खबर आयी थी उसके अनुसार, श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे परिवार समेत देश छोड़कर भागने की फिराक में थे, पर एयरपोर्ट अधिकारियों ने उनकी इस कोशिश को नाकाम कर दिया. सीएनएन ने एक उच्च पदस्थ सैन्य सूत्र का हवाला देते हुए बताया कि राजपक्षे, जिनके ठिकाने का शुक्रवार से पता नहीं है, को कोलंबो हवाई अड्डे पर एक सार्वजनिक कतार में शामिल होने से उनके इनकार के बाद सोमवार को श्रीलंका छोड़ने से रोक दिया गया था. इसने कहा कि राजपक्षे के सहयोगी राष्ट्रपति और उनके परिवार के सदस्यों के 15 पासपोर्ट के साथ हवाई अड्डे पर पहुंचे, जिनमें प्रथम महिला इओमा राजपक्षे भी शामिल हैं. उन्होंने सोमवार को स्थानीय समयानुसार शाम 6:25 बजे दुबई के लिए रवाना होने वाली श्रीलंकन एअरलाइंस की उड़ान में सीट बुक की थी.


अमीरात की उड़ान के यात्रियों ने भी आपत्ति जतायी

बताया जा रहा है कि आव्रजन अधिकारियों ने राष्ट्रपति के सहयोगियों द्वारा उन्हें दिये गये पासपोर्ट को संसाधित करने से इनकार कर दिया, क्योंकि राजपक्षे और उनका परिवार ‘क्रॉस चेक’ के लिए शारीरिक रूप से मौजूद नहीं था और आखिरकार, उड़ान राष्ट्रपति तथा उनके परिवार के बिना ही निकल गयी. राजपक्षे के छोटे भाई और पूर्व वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे ने भी सोमवार की रात कोलंबो हवाई अड्डे के वीआइपी टर्मिनल के माध्यम से देश छोड़ने की कोशिश की. अधिकारियों ने उन्हें वीआइपी सेवा देने पर आपत्ति जतायी. यहां तक कि अमीरात की उड़ान के यात्रियों ने भी देश से उनके जाने को लेकर आपत्ति जतायी थी.

भाषा इनपुट के साथ

Exit mobile version