अंतरिक्ष और सौरमंडल के रहस्यों के बारे में कई आश्चर्यचकित करने वाली बातें हैं. दुनियाभर के वैज्ञानिक दिन रात इससे जुड़ी गुत्थी सुलझाने में लगे रहते हैं. अब ये बात सामने आई है कि हमारे सौरमंडल के ऊर्जा स्त्रोत सूर्य का 25वां साइकिल शुरू हो रहा है. अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने खुद इसकी पुष्टि की है. उनके मुताबिक इसके प्रभाव पृथ्वी और सौरमंडल पर पड़ सकते हैं.
It was announced today that solar activity minimum occurred in Dec 2019. According to the Solar Cycle 25 Prediction Panel, co-chaired by NOAA & NASA, this signaled the start of Solar Cycle 25 with peak sunspot activity expected July 2025, at 115 sunspots.https://t.co/sjwN9tiipI pic.twitter.com/QbpcVLsAS5
— National Weather Service (@NWS) September 15, 2020
नासा के साथ नेशनल ओशिएनिक एंड एटमॉस्फियरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के वैज्ञानिकों ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हमारे सूरज का 25वां सोलर साइकिल (Solar Cycle 25) शुरू हो गया है. यानी अब सूरज में तेज सौर तूफान आ सकते हैं. उसकी गतिविधियां बढ़ जाएंगी. कायदे से देखा जाए तो सूरज पिछले कई महीनों से मद्धम था. उसकी रोशनी फीकी पड़ गई थी. उसकी सतह पर किसी तरह की हलचल नहीं हो रही थी. निकट भविष्य में काफी ज्यादा हलचल होगी.
We are now officially in Solar Cycle 25!
A prediction panel co-chaired by @NOAA and NASA has determined that the solar minimum between Solar Cycle 24 and 25—the period when the sun is least active—occurred in Dec. 2019.Find out what this means for you: https://t.co/1QYxTdigl7 pic.twitter.com/PT12k1qPkg
— NOAA Satellites (@NOAASatellites) September 15, 2020
जाने क्या होगा असर
सूर्य पर आ सकते हैं तेज सौर तूफान
नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार सूरज का 25वां सोलर साइकिल शुरू हो गया है. उन्होंने बताया कि हाल ही में सूरज की सतह पर एक तेज कोरोनियल लहर यानी सौर लपट दिखाई दी थी. उन्होंने अंदेशा जताया है कि सूर्य पर अब तेज सौर तूफान आ सकते हैं. इसके अलावा अन्य हलचल बढ़ने का भी अनुमान है. वैज्ञानिकों का मानना है कि पिछले कुछ महीने से सूर्य की रोशनी हल्की पड़ गई थी. अब जब नया साइकिल शुरू हुआ है, तो ये तेज रोशनी, लपटें आदि अंतरिक्ष में प्रसारित करेगा.
Our Sun has entered a new cycle. A panel co-sponsored by @NOAA & @NASA has announced that the Sun’s low point in activity happened in December 2019, marking the start of a new solar cycle. https://t.co/VC44pSdDJO
— NASA Sun & Space (@NASASun) September 15, 2020
रोशनी भी हुई कम
इससे पहले जर्मनी के मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यटू ने दूसरा दावा किया था. उसके मुताबिक वक्त बीतने के साथ ही तारों और ग्रहों से निकलने वाली रोशनी कमजोर होती जाती है. सूरज भी इस प्रक्रिया से अछूत नहीं है. ऐसे में पिछले 9000 सालों में सूरज की रोशनी कम हुई है. अभी तक जो अध्ययन हुए हैं उसमें रोशनी में पांच गुना तक की कमी की बात सामने आई है. वैज्ञानिकों ने बताया है कि हमारी आकाशगंगा में मौजूद सूरज जैसे अन्य तारों की तुलना में अपने सूरज की धमक और चमक फीकी पड़ रही है. वैज्ञानिक अभी तक यह नहीं जान पाए हैं कि कहीं ये किसी तूफान से पहले की शांति तो नहीं है.