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Bangladesh News: बंगलादेश में खूंखार आतंकी जेल से रिहा, भारत के लिए बजी खतरे की घंटी

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने खूंखार आतंकवादी को रिहा करने का फैसला किया है. अलकायदा से जुड़े आतंकवादी संगठन 'अंसारुल्लाह बांग्ला टीम' के प्रमुख जसीमुद्दीन रहमानी को रिहा कर दिया गया है.

By Prerna Kumari | August 28, 2024 10:29 AM
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Bangladesh News: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद आए दिन अजीबोगरीब घटनाओं के कारण देश सुर्खियों में रहता है. अभी हाल ही में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने खूंखार आतंकवादी को रिहा करने का फैसला किया है. अलकायदा से जुड़े आतंकवादी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम का प्रमुख जसीमुद्दीन रहमानी को रिहा कर दिया गया है. भारत के लिए यह एक गंभीर चिंता का विषय है क्योंकि यह आतंकवादी संगठन स्लीपर सेल की मदद से भारतीय सीमा के निकट जिहादी नेटवर्क बनाने की कोशिश कर रहा है. इस आतंकवादी को सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर की हत्या के मामले में जेल में बंद किया गया था और सोमवार को पैरोल पर रिहा कर दिया गया है. पिछले महीने असम में इसी टीम से जुड़ी कई आतंकवादियों की गिरफ्तारी हुई है. बता दें कि गुवाहाटी रेलवे स्टेशन के बाहर इस आतंकवादी समूह के दो आतंकवादियों की गिरफ्तारी हुई थी जिसका संबंध सीधा अलकायदा से बताया जा रहा है.

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कौन है यह आतंकवादी ?

2013 में सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर राजीव हैदर की हत्या के मामले में रहमानी को 5 साल की सजा सुनाई गई थी. इसके बाद उसके आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े होने का पता चला था. रहमानी के संगठन एबीटी को 2015 में प्रतिबंधित कर दिया गया था जिसके बाद किसने अपने संगठन का नाम बदलकर अंसार-अल-इस्लाम कर लिया. फिर उसके बाद तत्कालीन बांग्लादेशी सरकार ने 2017 में उसके इस संगठन पर भी प्रतिबंधन लगा दिया था.

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खबरों की मानें तो भारत में आतंक की साजिश रचने वाला लश्करे–तईबान भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए एबीटी के साथ साझेदारी की है. असम पुलिस ने कई बार इन आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है जिससे इन राज्य में यह समूह कोई बड़ा हमला करने में असफल रहा है. बता दें कि बांग्लादेश में जब तक शेख हसीना की सरकार थी बांग्लादेश की धरती का उपयोग कभी भी भारत विरोधी गतिविधियों के लिए नहीं हुआ. इसलिए भारत सरकार ने भी बांग्लादेश का लगातार समर्थन किया है. लेकिन पिछले कुछ महीनो से बांग्लादेश की सियासी परिवर्तन के बाद भारत विरोधी और हिंदू विरोधी भावनाओं को भड़काने की कोशिश की गई है जिसके बाद पीएम मोदी ने भी अंतरिम सरकार के प्रमुख यूनुस से फोन पर बात करके हिंदुओं पर हो रहे हम लोग की चिंता जताई है.

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