जर्मनी की चांसलर के बाद इटली के प्रधानमंत्री ने भी लगवाई दो वैक्सीन की अलग-अलग डोज, जानें कारण
दोनों ने पहली खुराक यूके-स्वीडिश कंपनी एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन की ली थी. कुछ एक्सपर्ट ने टीकों के संयुक्त प्रयोग का भी समर्थन किया है. वैक्सीन की पहली डोज लगने के बाद उनमें कम संख्या में एंटीबॉडी विकसित हुई.
कई बार सवाल उठे कि अगर दो वैक्सीन की अलग- अलग डोज ले ली तो क्या होगा ? इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी ने दो अलग- अलग वैक्सीन की डोज ले ली. उन्होंने पहली डोज के रूप में एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन ली थी. दूसरी डोज के रूप में फाइजर की वैक्सीन ले ली. जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने भी दो अलग-अलग वैक्सीन की डोज ली है. अपनी रिपोर्ट में दो वैक्सीन लेने की जानकारी दी गयी है.
दोनों ने पहली खुराक यूके-स्वीडिश कंपनी एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन की ली थी. कुछ एक्सपर्ट ने टीकों के संयुक्त प्रयोग का भी समर्थन किया है. वैक्सीन की पहली डोज लगने के बाद उनमें कम संख्या में एंटीबॉडी विकसित हुई.
Also Read: सिर मुंडवाकर पूरी तरह शुद्ध होकर 200 भाजपा कार्यकर्ता दोबारा तृममूल में हुए शामिल
पहली डोज के बाद उनके शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा विकसित नहीं हुई जिसके बाद उन्हें दूसरे वैक्सीन के दूसरे डोज की सलाह दी गयी. ड्रैगी को फाइजर का टीका लगवाया तो मर्केल को मॉडर्ना वैक्सीन लगाया गया है. इटली में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आ रही है. अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या भी कम हुई है. ऐसे में खुले में मास्क पहनने की अनिवार्यता खत्म कर दी गयी है.
Also Read: भारत के रक्षा मंत्रालय सहित कई महत्वपूर्ण वेबसाइट को हैक करने के फिराक में चीन, जासूस ने किया खुलासा
इटली में अप्रैल महीने से लगातार पाबंदियों में ढील दी जा रही है. पिछले साल कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद सख्ती शुरू की गयी थी. यहां रेस्तरां, बार, सिनेमा और जिम हॉल पहले ही खोल दिए गए हैं। देशभर में आवाजाही को लेकर पाबंदियां भी हटा दी गई हैं.