रूस में कोरोना की तीसरी लहर: 24 घंटे में 1159 मौतें, 40 हजार से अधिक संक्रमण, मास्को में लॉकडाउन
third wave of corona in russia: यूरोप में इसे वैश्विक महामारी की सबसे बड़ी मार बताया जा रहा है. रूस में कई वैक्सीन विकसित हुए, लेकिन वहां टीकाकरण की रफ्तार बहुत धीमी रही.
मास्को: रूस में कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है. पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण से 1,159 लोगों की मौत हो चुकी है. इसी दौरान 40,096 लोग वैश्विक महामारी से संक्रमित पाये गये हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने के लिए राजधानी मास्को में 11 दिन का लॉकडाउन लगा दिया गया है. इंटरनेशनल न्यूज एजेंसी एएफपी के हवाले से एएनआई ने गुरुवार (28 अक्टूबर) को यह खबर दी है.
यूरोप में इसे वैश्विक महामारी की सबसे बड़ी मार बताया जा रहा है. रूस में कई वैक्सीन विकसित हुए, लेकिन वहां टीकाकरण की रफ्तार बहुत धीमी रही. कहा जा रहा है कि वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार की वजह से ही यूरोप के इस महत्वपूर्ण देश में कोरोना एक बार फिर विकराल रूप धारण करता जा रहा है. पिछले एक सप्ताह से निरंतर कोरोना संक्रमण के मामले और इससे होने वाली मौतों में तेजी आयी है.
सरकारी आंकड़ों में गुरुवार को बताया गया कि 24 घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड 40,096 मामले सामने आये, जबकि 1,159 लोगों ने संक्रमण की वजह से दम तोड़ दिया. कोरोना का संक्रमण जब पूरी दुनिया में फैला, तो कई देशों ने अपने यहां लॉकडाउन लगाया. कोरोना के दौरान सख्ती से उसका पालन कराया. शुरुआती कुछ दिनों के बाद रूस में अधिकारियों ने लॉकडाउन से परहेज किया. लेकिन, अब जबकि संक्रमण इस तेजी से फैल रहे हैं, तो मास्को में कठोर लॉकडाउन लगाने की घोषणा की गयी है.
Also Read: बीजिंग समेत चीन के कई हिस्सों में बढ़ रहे कोरोना के मामले, रूस में रिकॉर्ड 1,075 मौतें
सरकारी अधिकारियों ने 28 अक्टूबर से 7 नवंबर तक लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है. कहा है कि सिर्फ अत्यावश्यक सेवाओं को ही लॉकडाउन से छूट रहेगी. आदेश में रेस्तरां, खेल और मनोरंजन की तमाम गतिविधियों के साथ-साथ रिटेल आउटलेट्स को भी बंद रखने के लिए कहा गया है. सभी स्कूलों को भी अगले आदेश तक बंद रखा जायेगा. खाने-पीने, दवा और अन्य अत्यावश्यक वस्तुओं की दुकानों को ही खोलने की अनुमति दी गयी है.
लॉकडाउन में घर पर रहने की बाध्यता नहीं
अधिकारियों ने छुट्टियों के दिन में लोगों से घरों पर रहने के लिए नहीं कहा गया है. लोग कहीं भी आने-जाने की योजना बना रहे हैं. गुरुवार को कुछ वाहन कम दिखे, लेकिन मेट्रो में पहले की तरह ही भीड़ थी. काफी संख्या में ऐसे यात्री मेट्रो में दिखे, जिन्होंने मास्क नहीं पहना था. सोची सिटी के मेयर ने कहा है कि बड़े पैमाने पर पर्यटक ब्लैक सी रिसोर्ट के लिए मशहूर शहर में आने को बेताब हैं. वहीं, रूस के लोग तुर्की और मिस्र जाने के लिए बेताब दिख रहे हैं.
ज्ञात हो कि रूस में अब तक 84 लाख से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. 2.35 लाख से अधिक लोगों की मौतें कोरोना संक्रमण से हो चुकी हैं. रोसस्टैट की ओर से जारी आंकड़ों में कहा गया है कि कोरोना वायरस की वजह से 4 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. आंकड़े बता रहे हैं कि रूस की 32 फीसदी आबादी का ही अब तक पूरी तरह से टीकाकरण हो पाया है.
सवैतनिक छुट्टी की पुतिन ने की थी घोषणा
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले दिनों घोषणा की थी कि 30 अक्टूबर से 7 नवंबर तक पूरे देश में छुट्टी रहेगी. इस दौरान किसी के वेतन में कटौती नहीं की जायेगी. इसके बाद ही कोरोना की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए अधिकारियों ने राजधानी मास्को में 11 दिन के लॉकडाउन की घोषणा कर दी गयी है. हालांकि, अत्यावश्यक सेवाएं जारी रहेंगी.
Posted By: Mithilesh Jha
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.