सऊदी अरब की फिजा इन दिनों कुछ बदली-बदली सी है. यहां की महिला डॉक्टर सफी (बदला हुआ नाम) को जब राजधानी रियाद के एक अस्पताल में नौकरी मिली, तो उन्होंने अपने सफेद कोट के साथ ऐसा हेयरस्टाइल रखने का फैसला किया, जिसके बारे में वह कुछ समय पहले तक सोच भी नहीं सकती थीं. उनका कहना है कि लंबे बालों की देखभाल करना मुश्किल हो रहा था. उन्होंने अपने लंबे बालों को कटवाकर अपने मनपसंद ब्वॉयकट हेयरस्टाइल में बदल लिया है.
मध्य रियाद में एक हेयरड्रेसर लैमिस ने बताया कि सऊदी अरब में इन दिनों महिलाओं के बीच ब्वॉयकट हेयरस्टाइल की मांग बढ़ गयी है. उनका कहना है कि हर दिन 30 में से सात या आठ महिला ग्राहक इस तरह की कटिंग की मांग कर रही हैं. इस श्रेय सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को दिया जाता है, जिन्होंने देश की रूढ़िवादी छवि को बदलने की अपनी मुहिम के तहत अब ये संभव कर दिखाया है.
वास्तव में कपड़े और रहन-सहन को लेकर बेहद सख्त रहे सऊदी में कभी किसी महिला ने सोचा नहीं था कि वे अपना हिजाब उतार ब्वॉयकट हेयरस्टाइल रख सकेंगी. लेकिन क्राउन प्रिंस ने जब से हिजाब की अनिवार्यता को खत्म किया है, इस हेयरस्टाइल का चलन बढ़ा है. महिलाएं अब घरों से निकलकर बाहर काम कर रही हैं और वे बिना बुर्के और हिजाब के देश की सड़कों पर घूम रही हैं.
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अब सऊदी अरब में महिलाएं न सिर्फ कार ड्राइव कर सकती हैं, बल्कि वे मैकेनिक का काम भी कर सकती हैं. सऊदी अरब में अब महिलाओं को कार गैराज में बतौर मैकेनिक भी काम करने की इजाजत दे दी गयी है. आधुनिकता की दिशा में सऊदी अरब द्वारा बढ़ाया गया ये एक बहुत बड़ा कदम है, जिसका स्वागत होनी चाहिए.
लाल सागर के तट पर जेद्दा में पेट्रोमिन गैराज में अब आपको महिलाएं किसी गाड़ी को रिपेयर करती हुई बहुत आसानी से दिख जाएंगी. अपने पुरुष साथियों के साथ महिला रंगरूट गाड़ियों की तेल का जांच करती हैं, टायर बदलती हैं, पंक्चर बनाती हैं, यानी हर वो काम करती हैं, जो अब तक महिलाओं के लिए वर्जित था.