काहिरा/नियामी: अफ्रीका के दो देशों में हिंसा में तीन दर्जन लगों की मौत हो गयी. सूडान में कबायली संघर्ष में 24 लोगों की मौत हो गयी, जबकि नाइजर में सैन्य प्रतिष्ठान पर बंदूकधारियों ने हमला कर दिया. इस हमले में 12 सैनिकों की मौत हो गयी.
सूडान के पश्चिम में स्थित दारफुर क्षेत्र में अरब और गैर-अरब समूहों के बीच कबायली संघर्ष में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गयी. एक मानवाधिकार संगठन ने यह जानकारी दी. संघर्ष से प्रभावित क्षेत्र में हिंसा की इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं.
वेस्ट दारफुर प्रांत के क्रेइनिक इलाके में विस्थापित लोगों के एक शिविर में दो लोगों के बीच झगड़े से इस हिंसा की शुरुआत हुई. विस्थापितों के लिए काम करने वाले संगठन ‘जनरल को-आर्डिनेशन फॉर रिफ्यूजी एंड डिस्पेल्सड इन दारफुर’ के प्रवक्ता एडम रीगल ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि अरब मिलिशिया या जांजवीड ने रविवार तड़के शिविर पर हमला कर दिया और लूटपाट करने के बाद आगजनी की. कम से कम 35 लोग घटना में घायल हो गये. यह शिविर प्रांत की राजधानी गिनीना के पूर्व में स्थित है और इसमें अफ्रीकी मसालित कबीले के विस्थापित लोग रहते हैं, जिन्हें दारफुर में सघर्ष के कारण अपना घर बार छोड़ने को मजबूर होना पड़ा.
पिछले महीने जीबेल मून इलाके में अरब और गैर-अरब समूहों के बीच संघर्ष में 17 लोगों की मौत हुई थी और 12 अन्य घायल हो गये थे. ‘सूडान डॉक्टर्स कमेटी’ के अनुसार, साउथ दारफुर प्रांत में पिछले दो महीने में कबायली संघर्ष में कम से कम 45 लोगों की मौत हो गयी.
सूडान की सरकार अशांत दारफुर जैसे कुछ क्षेत्रों में दशकों से जारी हिंसा को खत्म करने में नाकाम रही है. सूडान में लोकतंत्र की जड़ें भी कमजोर हैं और अप्रैल 2019 में लंबे समय से सत्ता पर काबिज उमर अल बशीर के खिलाफ आंदोलन के बाद उन्हें पद से हटना पड़ा था.
चरमपंथी बंदूकधारियों ने पश्चिम अफ्रीकी देश नाइजर में बुर्किना फासो के साथ लगती इसकी दक्षिण-पूर्वी सीमा के पास एक सैन्य शिविर पर हमला किया, जिसमें कम से कम 12 सैनिक मारे गये हैं. देश के गृह मंत्रालय ने रविवार देर रात एक बयान में कहा कि 100 मोटरसाइकिलों पर सवार चरमपंथी विद्रोहियों ने गोरौएल क्षेत्र में फोनियन सैन्य शिविर पर हमला किया.
सरकारी बयान में कहा गया कि सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई कर दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचाया है. गृह मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में संख्या का उल्लेख किये बिना कहा, ‘दर्जनों आतंकी मारे गये हैं.’
बयान के अनुसार, सेना राजधानी नियामी और अन्य सैन्य ठिकानों से कुमुक भेजकर जमीनी तथा हवाई अभियानों के माध्यम से विद्रोहियों का पीछा कर रही है. विज्ञप्ति में कहा गया कि जारी सैन्य अभियान के अंत में सटीक आकलन की सूचना दी जायेगी.’
एजेंसी इनपुट के साथ
Posted By: Mithilesh Jha