Turkey: महाविनाश में अमानवता की तस्वीर! भूकंप से कराहते लोगों के अपने ही बने ‘दुश्मन’, कई जगहों पर लूटपाट
Turkey: तुर्की और सीरिया में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है. दोनों देशों में अभीतक कुल 28 हजार से अधिक लोगों ने जान गंवाई है. ऐसे में जहां एक वर्ग पीड़ितों को सहायता पहुंचाने और मदद करने में जुटे है वहीं, कई लोग ऐसे भी है जो लूट मचाने में जुटे हुए है.
तुर्की और सीरिया में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है. दोनों देशों में अभीतक कुल 28 हजार से अधिक लोगों ने जान गंवाई है. ऐसे में जहां एक वर्ग पीड़ितों को सहायता पहुंचाने और मदद करने में जुटे है वहीं, कई लोग ऐसे भी है जो लूट मचाने में जुटे हुए है. ऐसे में तुर्की के सरकारी मीडिया ने शनिवार को बताया कि तुर्की के अधिकारियों ने शक्तिशाली भूकंप के बाद पीड़ितों को लूटने या धोखा देने के आरोप में 48 लोगों को गिरफ्तार किया है.
समाचार एजेंसी अनादोलु में कहा गया है कि सोमवार को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद लूटपाट की जांच के तहत आठ अलग-अलग प्रांतों में संदिग्धों को पकड़ा गया था. वहीं, बाद में बताया कि 42 संदिग्धों को दक्षिणी हटे प्रांत में लूटपाट के लिए पकड़ा गया था, जबकि छह को टेलीफोन द्वारा गजियांटेप में एक पीड़ित को धोखा देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
भूकंप और उसके बाद के झटकों ने तुर्की और सीरिया में लगभग 28,000 लोगों की जान ले ली. राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने मंगलवार को भूकंप से प्रभावित दक्षिणपूर्वी तुर्की के 10 प्रांतों में तीन महीने के आपातकाल की घोषणा की.
शनिवार को आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित एक डिक्री के अनुसार, अभियोजक अब आपातकाल की स्थिति के तहत विस्तारित शक्तियों के हिस्से के रूप में लूटपाट के अपराधों के लिए लोगों को चार दिन पहले से अतिरिक्त तीन दिनों के लिए हिरासत में ले सकते हैं.
एर्दोगन ने शनिवार को पहले कसम खाई थी कि तुर्की लुटेरों पर नकेल कसेगा. भूकंप प्रभावित दियारबाकिर प्रांत के दौरे के दौरान उन्होंने कहा, “हमने आपात स्थिति की घोषणा की है.” एर्दोगन ने साथ ही में कहा है कि इसका मतलब यह है कि अब से, लूट या अपहरण में शामिल लोगों को पता होना चाहिए कि राज्य का मजबूत हाथ उनकी पीठ पर है.