UK Crisis : ऋषि सुनक के सिर सजेगा ताज ? अर्थव्यवस्था की उथल-पुथल ने उलट दी ट्रस की कुर्सी

UK Crisis : पार्टी के लोकप्रिय नेताओं में एक जेरेमी हंटने कहा कि वे पीएम की दौड़ में नहीं हैं, ऐसे में ऋषि सुनक का नाम ही सामने आ रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 21, 2022 8:58 AM
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अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर घिरीं ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया. दरअसल, प्रधानमंत्री पद के लिए अपने चुनाव प्रचार के दौरान ट्रस ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के जो वादे किये थे, वही उनके गले की फांस बन गये. उनकी सरकार महंगाई से निबटने में पूरी तरह विफल रही. ट्रस के वादों को लागू करने की कोशिश करने वाले वित्त मंत्री क्वाजी क्वार्टेंग को इस्तीफा देना पड़ा. क्वार्टेंग के फैसलों के कारण पटरी से उतरी अर्थव्यवस्था और पार्टी के अंदर आलोचना के बीच नये वित्त मंत्री जेरमी हंट ने क्वार्टेंग के लगभग सभी फैसलों को पलट दिया.

इसके बाद भी ट्रस सरकार पर से दबाव कम नहीं हुआ. उनकी अपनी पार्टी के सांसद भी उनके खिलाफ हो गये. इसके बाद ट्रस को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. ट्रस करीब 45 दिन तक प्रधानमंत्री रहीं. इसके साथ ही वह ब्रिटेन के इतिहास में सबसे कम समय तक रहने वाली प्रधानमंत्री बन गयी हैं. इससे पहले, 1827 में जॉर्ज कानिंग अपनी मृत्यु तक 119 दिन ही इस पद पर रहे थे.

पहले दिन से ही बढ़ गयी थीं मुसीबतें

वित्त मंत्री क्वाजी क्वार्टेंग ने ट्रस सरकार के पहले दिन ‘मिनी बजट’ की घोषणा की, जिसमें 45 अरब की टैक्स कटौती के बारे में कहा गया था. इस फैसले से बाजार पर बेहद प्रतिकूल असर पड़ा और बाजार में अस्थिरता पैदा हो गयी. महंगाई बेकाबू होने लगी और स्थानीय मुद्रा और कमजोर होने लगी. हालात ऐसे हो गये कि ब्रिटेन के केंद्रीय बैंक, बैंक ऑफ इंग्लैंड को कर्ज बाजार में हस्तक्षेप करने के लिए मजबूर होना पड़ा. इसके बावजूद लिज ट्रस ने कहा कि वक्त को देखते हुए यह सही कदम था. इसके बाद ट्रस सरकार की चारों ओर आलोचना होने लगी. उनकी अपनी ही पार्टी में विरोध शुरू हो गया. इसके बाद क्वार्टेंग को बर्खास्त कर जेरेमी हंट को देश का वित्त मंत्री बनाया गया. बता दें कि ऋषि सुनक ने पहले ही ट्रस की टैक्स कटौती नीतियों को लेकर आगाह किया था. उन्होंने कहा कि था कि अर्थव्यवस्था तबाह हो जायेगी.

सियासी उतार-चढ़ाव में गुजरे डेढ़ महीने

-05 सितंबर : कंजर्वेटिव पार्टी की नेता चुनी गयीं, सुनक को हराया

-08 सितंबर : महारानी एलिजाबेथ की मौत, सरकारी कामकाज रोके गये

-23 सितंबर : मिनी बजट लाने, टैक्स कटौती का वादा, बाजार धड़ाम

-26 सितंबर : डॉलर के मुकाबले पाउंड में तेजी से गिरावट, निवेशकों में घबराहट

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-03 अक्तूबर : टैक्स कटौती के फैसले को लिया वापस, कई वादों से मुकरीं

-14 अक्तूबर : वित्त मंत्री क्वाजी क्वार्टेंग ने दिया इस्तीफा, ट्रस के टैक्स कटौती के फैसले से पलटे

-19 अक्तूबर : गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने ट्रस पर आरोप लगाते हुए छोड़ा पद

-20 अक्तूबर : पार्टी सदस्यों की बगावत और पद छोड़ने के दबाव के बीच ट्रस ने पीएम पद से दिया इस्तीफा

गलत आर्थिक नीति के कारण कंजर्वेटिव पार्टी दो भागों में बंटी, सुनक की वापसी की मांग हुई तेज

-सितंबर के सर्वे में कंजर्वेटिव पार्टी की रेटिंग 21% गिर गयी, जबकि विपक्षी लेबर पार्टी की रेटिंग 33% बढ़ गयी.

-आम चुनाव जनवरी 2025 में होना है, लेकिन लेबर पार्टी के नेता स्टारमर ने अभी आम चुनाव की मांग की है.

-मुद्रास्फीति सितंबर में 10.1% पर पहुंच गयी, खाद्य मुद्रास्फीति 14.5% रही, जो कि 40 साल में सर्वाधिक है.

-कंजर्वेटिव पार्टी के वरिष्ठ सांसद ग्राह्य ब्रेडी ने जब यह कहा कि ट्रस का समय अब पूरा हुआ, तो ट्रस ने कहा कि हम सभी इस बात पर सहमत हुए हैं कि एक हफ्ते में चुनाव से फैसला हो जायेगा कि नेतृत्व कौन करेगा.

-पार्टी के लोकप्रिय नेताओं में एक जेरेमी हंटने कहा कि वे पीएम की दौड़ में नहीं हैं, ऐसे में ऋषि सुनक का नाम ही सामने आ रहा है.

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