नोम पेन्ह (कंबोडिया) : यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा ने शनिवार को भारत-आसियान शिखर सम्मेलन से इतर रूस पर ‘भूख का खेल’ खेलने का आरोप लगाया है. उन्होंने रूस के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई में राजनीतिक और साजोसामान समर्थन के लिए दक्षिण पूर्व एशियाई देशों पर दबाव डाला. इसके साथ ही, उन्होंने मास्को पर यूक्रेन के अनाज और अन्य कृषि उत्पादों की जहाजों की खेप रोककर दुनिया में भुखमरी फैलाने आरोप लगाया.
यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा ने भारत-आसियान शिखर सम्मेलन के इतर मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि अनाज और उर्वरक के निर्यात की यूक्रेन को अनुमति देने वाला समझौता 19 नवंबर को समाप्त होने वाला है. उन्होंने कहा कि दुनिया को रूस पर इसके विस्तार पर आपत्ति नहीं जताने के लिए दबाव बनाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन के उत्पाद अफ्रीका और एशिया में महत्वपूर्ण हैं.
कुलेबा ने कहा कि न केवल रूस को पहल का हिस्सा बने रहना है, बल्कि उसे अपने निरीक्षकों को अच्छे विश्वास में कार्य करने और बाधा उत्पन्न करने वाले ऐसे किसी भी उपाय से बचने का निर्देश देना चाहिए है, जो वैश्विक बाजार में यूक्रेन के कृषि वस्तुओं के निर्यात में बाधा डाले. दमित्रो कुलेबा ने कहा कि रूस को दुनिया के साथ भूख का खेल खेलना बंद करना चाहिए.
दमित्रो कुलेबा के देश यूक्रेन को इस साल पहली बार आसियान शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है और उसने लगभग 70 करोड़ लोगों की संयुक्त आबादी वाले राष्ट्रों के समूह के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए. कुलेबा ने कहा कि आसियान के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करना समूह के समर्थन का एक मजबूत संदेश है. हालांकि, उन्होंने कहा कि असली परीक्षा यूक्रेन से संबंधित प्रस्तावों के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा में मतदान है.
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आसियान कंबोडिया, फिलीपीन, मलेशिया, इंडोनेशिया, लाओस, सिंगापुर, थाईलैंड, वियतनाम, ब्रुनेई और म्यांमा से मिलकर बना है. हालांकि, म्यांमा के नेताओं को देश में जारी हिंसा और 2021 में सेना के देश के सत्ता पर काबिज होने के बाद समूह की शांति योजना को लागू नहीं करने के चलते मौजूदा बैठकों में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जा रही. कुलेबा ने कहा कि वह नोम पेन्ह शिखर सम्मेलन के अवसर का उपयोग एशिया की यात्रा के रूप में कर रहे हैं, ताकि वह आसियान के सदस्यों और ऑस्ट्रेलिया जैसे गैर-सदस्यों के साथ बैठक करके अधिक राजनीतिक, साजोसामान सहायता के लिए अनुरोध कर सकें. उन्होंने यह बात ऐसे दिन की, जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन सम्मेलन में पहुंचे.