रूस के राष्ट्रपति पुतिन से वार्ता विफल होने का अर्थ वर्ल्ड वॉर-3, बोले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की
Ukraine Crisis|World War-3|जेलेंस्की ने रविवार को कहा कि वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ वार्ता के लिए तैयार हैं. लेकिन, अगर पुतिन के साथ वार्ता विफल हुई, तो इसका मतलब होगा वर्ल्ड वॉर-3.
Ukraine Crisis|World War-3|यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की रूस के खिलाफ लगातार आक्रामक रुख अपनाये हुए हैं. जेलेंस्की ने रविवार को कहा कि वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ वार्ता के लिए तैयार हैं. लेकिन, अगर पुतिन के साथ वार्ता विफल हुई, तो इसका मतलब होगा वर्ल्ड वॉर-3. कीव इंडिपेंडेंट ने जेलेंस्की के हवाले से यह रिपोर्ट दी है.
मारियुपोल पर रूसी सेना का आक्रमण युद्ध अपराध
इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि बंदरगाह शहर मारियुपोल पर आक्रमण इतिहास में दर्ज होगा, क्योंकि रूसी सैनिकों ने जो किया, वह युद्ध अपराध है. जेलेंस्की ने वीडियो के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘एक शांतिपूर्ण शहर पर आक्रमण करने वालों ने जो किया, वह एक ऐसा आतंक है, जिसे आने वाली सदियों तक याद किया जायेगा.’
यूक्रेन के भीतरी क्षेत्र में पहुंचे रूस के सैनिक
रूसी सैनिक भीतरी क्षेत्र तक पहुंच गये हैं. शहर में भारी गोलाबारी के कारण इस्पात के एक बड़े संयंत्र को बंद करना पड़ा तथा स्थानीय अधिकारियों ने पश्चिमी देशों से और मदद करने की अपील की. राजधानी कीव में एक अस्थायी अनाथालय में कम से कम 20 बच्चे फंसे हुए हैं. कुछ दिनों से इन बच्चों की देखभाल वहां की नर्स कर रही हैं, जो लगातार बमबारी के कारण बाहर नहीं निकल सकीं.
पश्चिमी देशों से पुलिस ने की अपील
मारियुपोल के पुलिस अधिकारी माइकल वर्शनिन ने एक वीडियो के जरिये पश्चिमी देशों के नेताओं से अपील करते हुए कहा, ‘बच्चे, बुजुर्ग मर रहे हैं. शहर नष्ट हो गया है और इसका नामोनिशान मिटाया जा रहा है.’ रूसी सेना ने मारियुपोल को अजोव सागर से संपर्क पहले ही काट दिया है.
अजोवस्टल इस्पात को लेकर हुई भीषण लड़ाई
यूक्रेन के गृह मंत्री के सलाहकार वादिम डेनिसेंको ने कहा कि यूक्रेन और रूसी सेना के बीच मारियुपोल में अजोवस्टल इस्पात को लेकर भीषण लड़ाई हुई. डेनिसेंको ने कहा, ‘यूरोप में सबसे बड़े इस्पात संयंत्रों में से एक वास्तव में नष्ट हो रहा है.’ मारियुपोल नगर परिषद ने दावा किया कि रूसी सैनिकों ने शहर के कई हजार निवासियों को जबरन रूस भेज दिया, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे.
बैरक के मलबे में चल रहा खोज अभियान
जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने कहा कि मारियुपोल की सहायता करने वाली निकटतम सेना पहले से ही ‘दुश्मन की भारी ताकत’ के खिलाफ संघर्ष कर रही है और ‘वर्तमान में मारियुपोल का कोई सैन्य समाधान नहीं है.’ वहीं मायकोलीव में, बचाव दल ने शुक्रवार को मिसाइल हमले में नष्ट हुए बैरक के मलबे में खोज अभियान चलाया. क्षेत्र के गवर्नर ने कहा कि जब हमला हुआ, तब नौसैनिक सो रहे थे. यह स्पष्ट नहीं है कि हमले के वक्त कितने सैनिक बैरक के अंदर थे. बचावकर्मी अब भी तलाश में जुटे हैं.