Ukraine Russia Crisis रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज सोलहवां दिन है. दोनों देशों के बीच जारी लड़ाई फिलहाल खत्म होती नहीं दिख रही है. इस बीच न्यूज एजेंसी रायटर के मुताबिक, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आज यूक्रेन और पश्चिमी प्रतिबंधों पर चर्चा के लिए अपने बेलारूसी समकक्ष अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ बैठक की. इस दौरान व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि हमारी तरफ के वार्ताकारों ने बताया है कि कुछ सकारात्मक बदलाव आए हैं. उन्होंने कहा कि ये वार्ताएं दैनिक आधार पर हो रही हैं.
वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर आक्रमण में शामिल होने के लिये मध्य पूर्व और अन्य भागों से स्वयंसेवी लड़ाके लाने का आदेश दिया है. क्रेमलिन के एक प्रतिलेख के अनुसार रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने कहा कि रूस मध्य-पूर्व के देशों के 16 हजार से अधिक आवेदकों को जानता है, जिन्होंने इस्लामिक स्टेट समूह के खिलाफ रूस की मदद की थी. शोइगू ने कहा कि वे पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थक अलगाववादियों के क्षेत्रों की ओर से लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि वे मुक्ति आंदोलन में भाग लेना चाहते हैं.
There are certain positive shifts, negotiators on our side tell me," Russian President Vladimir Putin said in meeting with his Belarusian counterpart Alexander Lukashenko, adding that talks continued "practically on a daily basis": Reuters #UkraineRussiaCrisis
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— ANI (@ANI) March 11, 2022
इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि पिछले दो दिनों में यूक्रेन से करीब एक लाख लोगों को बाहर निकाला गया है. वहीं फेसबुक ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर रूसी आक्रमण व पुतिन के खिलाफ खुलकर बोलने की अनुमति दे दी है. इधर, नाटो (NATO) के महासचिव जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने कहा है कि यूक्रेन में नागरिकों की निकासी और मानवीय मदद पहुंचाने के लिए मानवीय कॉरिडोर बनाना ऐसा काम है जिसे हर हालत में किया जाना चाहिए1 उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की परमाणु बयानबाजी को खतरनाक बताया और एक बार फिर कहा कि नाटो यूक्रेन में सैनिक या लड़ाकू विमान नहीं भेजेगा.