Russia Ukraine War: इमरान खान बोले- यूक्रेन संकट के हल के लिए ओआईसी और चीन को करनी चाहिए भागीदारी
Russia Ukraine War रूस और यूक्रेन के बीच जारी लड़ाई के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि दुनिया शीत युद्ध और प्रतिद्वंद्वी गुटों की राजनीति के कारण गलत दिशा में जा रही है.
Russia Ukraine War रूस और यूक्रेन के बीच जारी लड़ाई का आज 27वां दिन है. रूसी सेना अब भी यूक्रेन के कई शहरों पर बमबारी कर रही है. हालांकि, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की अभी तक आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार नहीं दिख रहे है. इन सबके बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को कहा कि दुनिया शीत युद्ध और प्रतिद्वंद्वी गुटों की राजनीति के कारण गलत दिशा में जा रही है. उन्होंने सुझाव दिया कि रूस-यूक्रेन संघर्ष का समाधान खोजने के लिए मुस्लिम देशों और चीन को साझेदारी करनी चाहिए.
ओआईसी की 48वीं सीएफएम बैठक में बोले इमरान
मुस्लिम देशों के समक्ष आने वाली चुनौतियों पर चर्चा के लिए इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के विदेश मंत्रियों की परिषद (CFM) की दो दिवसीय बैठक मंगलवार को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में शुरू हुई. ओआईसी की 48वीं सीएफएम बैठक एकता, न्याय और विकास के लिए साझेदारी विकसित करने के विषय पर आयोजित हो रही है. उद्घाटन सत्र में अपने संबोधन में पाक के पीएम इमरान खान ने मुस्लिम कल्याणकारी देश, इस्लामोफोबिया और वैश्विक राजनीतिक मामलों की अपनी अवधारणा के बारे में भी बात की. बता दें कि ओआईसी पाकिस्तान सहित मुस्लिम बहुल देशों का 57 सदस्यीय समूह है.
युद्ध जारी रहा, तो दुनिया के लिए गंभीर परिणाम होंगे: Pak PM
इमरान खान ने कहा कि दुनिया एक शीत युद्ध की ओर जा रही है और इसे गुटों में विभाजित किया जा सकता है. दुनिया एक ऐसी दिशा की ओर बढ़ रही है जो हम सभी के लिए चिंताजनक है. सम्मेलन में एक विशेष अतिथि के रूप में चीनी विदेश मंत्री वांग यी सहित 600 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. खान ने सुझाव दिया कि ओआईसी के विदेश मंत्रियों को इस बात पर चर्चा करनी चाहिए कि यूक्रेन में मध्यस्थता, युद्धविराम और संघर्ष को समाप्त करने का प्रयास कैसे किये जा सकते है. उन्होंने आगाह किया कि यदि युद्ध जारी रहा, तो इसके दुनिया के लिए गंभीर परिणाम होंगे.
यूक्रेन संकट पर चीनी विदेश मंत्री से बात करेंगे इमरान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि वह इस बारे में चीनी विदेश मंत्री वांग के साथ बात करेंगे कि कैसे ओआईसी, चीन के साथ मिलकर यूक्रेन में युद्ध को रोक सकता है और इसका समाधान निकाल सकता है. खान ने इस्लामोफोबिया के खतरे के बारे में भी विस्तार से बात की. उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश हमने इसके खिलाफ कुछ नहीं किया. मुस्लिम देशों के प्रमुखों को कुछ कदम उठाने चाहिए थे. उन्होंने कहा कि प्रतिबंधों और अफगानिस्तान सरकार को मान्यता नहीं दिये जाने के कारण वहां मानवीय संकट हो सकता है, जिससे आतंकवाद का मुकाबला करने की उसकी क्षमता प्रभावित हो सकती है.
Also Read: World Most Polluted Capital City: दिल्ली के नाम नया रिकॉर्ड, फिर बनी दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी