बीते 8 दिनों से जारी युद्ध में रूसी हमलों से यूक्रेन की धरती थर्रा रही है. रूस लगातार टैंकों से, मिसाइलों सो और हवाई हमला कर रहा है. इस जंग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने जनता के नाम संदेश जारी किया है. अपने संदेश में जेलेंस्की ने कहा है कि, सभी घुसपैठियों को समझना चाहिए उनको यहां कुछ नहीं मिलेगा. जीत हासिल नहीं होगी. उन्होंने कहा कि चाहे वे ज्यादा उपकरणों और लोगों के साथ आ जाएं, वे हर जगह हारेंगे.
इससे पहले रुस ने अपने हमले तेज करते हुए घनी आबादी वाले शहरी इलाकों को निशाना बनाया. रूसी सैनिकों ने राजधानी कीव और दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में भारी तबाही मचायी. खारकीव में तो क्षेत्रीय पुलिस व खुफिया मुख्यालय, अस्पतालों व आवासीय इलाकों में भारी बमबारी की गयी. मिसाइलें दागी गयीं. खारकीव में बुधवार को 21 लोग मारे गये, जबकि 112 घायल हो गये.
बिगड़ते हालात के बीच भारतीय दूतावास ने लगातार दो परामर्श जारी कर अपने नागरिकों से साधन न मिलने पर पैदल ही खारकीव से तुरंत निकलने को कहा. वहीं, रूस ने कहा कि वह यूक्रेन के संघर्ष वाले इलाकों में फंसे भारतीयों को सुरक्षित रास्ता देने के लिए मानवीय गलियारा बनाने पर काम कर रहा है. इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की और भारतीयों की सुरक्षित निकासी पर चर्चा की.
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बुधवार को चेतावनी दी यदि कि तीसरा विश्व युद्ध होता है, तो यह परमाणु युद्ध होगा, जो विनाशकारी होगा. उन्होंने कहा कि रूस दूसरे दौर की वार्ता के लिए तैयार है. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका रूस द्वारा पेश की गयीं चुनौतियों का सामना करने को तैयार है. रूसी राष्ट्रपति को तानाशाह करार देते हुए कहा कि उन्हें कीमत चुकानी होगी.
इधर, यूक्रेन में फंसे 183 भारतीय नागरिकों को बुडापेस्ट से लेकर विशेष विमान मुंबई पहुंचा. इन यात्रियों में एक नवजात भी शामिल है. केन्द्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने मुंबई पहुंची तीसरी निकासी उड़ान में सवार लोगों का हवाई अड्डे पर स्वागत किया. विमान के यात्रियों से बात करते हुए दानवे ने कहा, ‘‘मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपका स्वागत करने के लिए भेजा है. गौरतलब है कि यूक्रेन में छात्रों सहित करीब 17 हजार भारतीय फंसे हैं.
भाषा इनपुट के साथ
Posted by: Pritish Sahay