Russia Ukraine War: शांति स्थापित करने की चर्चा पर बोले यूक्रेन के सांसद, ये क्रेमलिन पर निर्भर करेगा
Russia Ukraine War News युद्धग्रस्त यूक्रेन की राजधानी कीव और उसके आसपास बुधवार की सुबह एक हवाई अलर्ट घोषित किया गया. साथ ही वहां रह रहे लोगों से जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों में जाने का अनुरोध किया गया है.
Russia Ukraine War News Updates युद्धग्रस्त यूक्रेन की राजधानी कीव और उसके आसपास बुधवार की सुबह एक हवाई अलर्ट घोषित किया गया. साथ ही वहां रह रहे लोगों से जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों में जाने का अनुरोध किया गया है. इन सबके बीच, न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए सबसे कम उम्र के यूक्रेनी सांसद शिवतोस्लाव युराश (Ukrainian MP Sviatoslav Yurash) ने दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने की चर्चा पर बड़ी बात कही है.
अगर क्रेमलिन ने आक्रामकता जारी रखने का फैसला किया, तो हम लड़ाई जारी रखेंगे
यूक्रेनी सांसद शिवतोस्लाव युराश ने कहा कि दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करना क्रेमलिन (रूस) पर निर्भर करता है. अगर क्रेमलिन ने आक्रामकता जारी रखने का फैसला किया, तो हम लड़ाई जारी रखेंगे. यूक्रेनी सांसद ने कहा कि हम अपने मौलिक अधिकारों को सुरक्षित रखना चाहते हैं जिनकी हमारे पूर्वजों ने रक्षा की. उन्होंने कहा कि जहां तक पश्चिम से संबंध की बात है हमें बहुत सहायता मिली है और हम इसके लिए आभारी हैं. लेकिन फिर से कुछ भी पर्याप्त नहीं है, कुछ भी बहुत ज्यादा नहीं है और सहायता के लिए सभी का स्वागत है.
Depends on Kremlin. If Kremlin decides to continue pushing, we'll continue fight. Fighting for fundamental rights that we want to safeguard as our ancestors had safeguarded. Not going to abandon all that we won: Sviatoslav Yurash, Ukrainian MP, on if he sees peace returning soon pic.twitter.com/PaezlGvBrx
— ANI (@ANI) March 9, 2022
रूसी सेना ने शहरों पर बढ़ाया दबाव
बुधवार को यूक्रेन की राजधानी कीव में हवाई हमले के सायरन बजने लगे. अधिकारियों ने कहा कि वे रूसी सेना से खतरे वाले प्रमुख शहरों में सुरक्षा को मजबूत कर रहे हैं. माना जाता है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सेना के आक्रमण के बाद से लगभग दो सप्ताह की लड़ाई में हजारों लोग मारे गए हैं, जिसमें सैनिक और आम नागरिक दोनों शामिल हैं. रूसी सैनिकों का यूक्रेन में आगे बढ़ना यूक्रेनी प्रतिरोध के चलते उम्मीद से अधिक धीमा हो गया है. रूसी सैनिकों ने कई शहरों की घेराबंदी कर दी है. इससे शहरों के भीतर नागरिक फंस गए हैं जिनके पास भोजन, पानी या दवा की कमी हो गई है.
युद्ध के सामने आ रहे बुरे प्रभाव
युद्ध के कुछ सबसे बुरे प्रभाव वहां सामने आ रहे हैं. नागरिकों को निकालने और आवश्यक आपूर्ति मुहैया कराने का प्रयास विफल रहा. यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना ने काफिले पर उसके शहर में पहुंचने से पहले गोलाबारी की. तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लू के अनुसार, लड़ाई को समाप्त करने के उद्देश्य से बातचीत में अब तक बहुत अधिक सफलता नहीं मिली है, लेकिन रूस और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों के बृहस्पतिवार को तुर्की में मिलने की उम्मीद है. बैठक नाटो सदस्य देश तुर्की द्वारा आयोजित एक शिखर सम्मेलन के इतर होनी है, लेकिन इस बारे में और कोई विवरण घोषित नहीं किया गया.