Loading election data...

एंतोनिया गुतारेस के उप-प्रवक्ता फरहान हक ने कहा-राहुल गांधी को सुनायी गयी सजा से संयुक्त राष्ट्र अवगत

हक ने कहा, मैं कह सकता हूं कि हमें राहुल गांधी के मामले से जुड़ी खबरों की जानकारी है. हमें पता है कि उनकी पार्टी फैसले के खिलाफ अपील करने की योजना बना रही है. इस समय मैं इतना ही कह सकता हूं.

By Agency | March 24, 2023 1:58 PM
an image

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनिया गुतारेस के उप-प्रवक्ता ने बयान दिया है कि उन्हें यह जानकारी है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को एक मामले में दो साल जेल की सजा सुनायी गयी है. उन्हें यह जानकारी भी है कि कांग्रेस पार्टी इस निर्णय को चुनौती देने की योजना बना रही है.

भारत में लोकतंत्र पर टिप्पणी से बचे उप प्रवक्ता

गौरतलब है कि एंतोनिया गुतारेस के उप-प्रवक्ता फरहान हक से बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में पूछा गया था कि क्या गुतारेस भारत में लोकतंत्र को लेकर चिंतित हैं? हक ने कहा, मैं कह सकता हूं कि हमें राहुल गांधी के मामले से जुड़ी खबरों की जानकारी है. हमें पता है कि उनकी पार्टी फैसले के खिलाफ अपील करने की योजना बना रही है. इस समय मैं इतना ही कह सकता हूं.

मोदी सरनेम पर की थी टिप्पणी

ज्ञात हो कि सूरत की एक कोर्ट ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उनकी ‘मोदी उपनाम’ संबंधी टिप्पणी को लेकर 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराया तथा दो साल की सजा सुनाई है.

सजा पर 30 दिन के लिए रोक

मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एचएच वर्मा की अदालत ने भारतीय दंड संहिता की धारा-499 और 500 के तहत गांधी को दोषी करार दिया. हालांकि, अदालत ने राहुल गांधी को जमानत भी दे दी और उनकी सजा पर 30 दिन के लिए रोक लगा दी, ताकि कांग्रेस नेता उसके फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती दे सकें.

राहुल गांधी ने ट्‌वीट सत्य मेरा भगवान

राहुल गांधी ने सजा सुनाये जाने के बाद महात्मा गांधी की पंक्तियों को उद्धृत करते हुए कहा कि उनके लिए सत्य ही भगवान है. उन्होंने ट्वीट किया, मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है. सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन- महात्मा गांधी. कोर्ट ने राहुल गांधी को एक महीने का समय दिया है. इस दौरान उन्हें कोर्ट के फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत जाने का समय दिया है. इस महीने के दौरान सजा शुरू नहीं होगी. राहुल गांधी को सुनायी गयी सजा के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने देशव्यापी आंदोलन शुरू किया है.

Also Read: खतरे में राहुल गांधी की संसद सदस्यता! जानिए क्या है कानून और कैसे बने रह सकते हैं सांसद

Exit mobile version