संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी पर फतह हासिल करने के लिए इतिहास में अब तक के सबसे बड़े जन स्वास्थ्य प्रयास की जरूरत है क्योंकि यह परस्पर संबंधित विश्व है जहां, जब तक कि सब लोग सुरक्षित न हो जाएं, हममें से कोई सुरक्षित नहीं है.
उनकी यह टिप्पणी ऐसे वक्त में आयी है जब विश्व नेताओं ने कोविड-19 से लड़ने के लिए अनुसंधान एवं विकास में समर्थन देने के लिए 7.4 अरब यूरो (करीब 8.2 अरब डॉलर) देने की प्रतिज्ञा की है.
करीब 40 देशों के नेता यूरोपीय आयोग द्वारा आयोजित कोविड-19 वैश्विक प्रतिक्रिया अंतरराष्ट्रीय प्रतिज्ञा कार्यक्रम के माध्यम से ‘एसीटी एक्सीलरेटर’ को समर्थन देने के लिए सामने आए हैं. टीकों, परीक्षण और उपचार के अनुसंधान एवं विकास के लिए करीब 7.4 अरब यूरो की प्रतिज्ञा की गई है.
गुतारेस का इशारा पिछले महीने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और कोरोना वायरस को नियंत्रण में लाने के लिए जरूरी वैज्ञानिक खोज को तेज करने के लिए विभिन्न देशों की ओर से शुरू किए गए ऐतिहासिक प्रयास की तरफ था जिसे एसीटी एक्सिलरेटर के तौर पर जाना जा रहा है.
उन्होंने योगदान एवं इस पहल की शुरुआत का स्वागत किया. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि ये नये उपकरण वैश्विक महामारी को पूरी तरह नियंत्रित करने में विश्व की मदद कर सकते हैं और इन्हें सभी के लिए उपलब्ध किफायती वैश्विक जन सामग्रियों के तौर पर देखा जाना चाहिए.