US Election Results 2020 : अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर मतों की गिनती जारी है. डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन (joe Biden) जीत की ओर बढ़ रहे हैं. उन्हें जीत के लिए 6 इलेक्टोरल वोटों की और जरूरत है. उन्होंने 264 इलेक्टोरल वोट हासिल कर लिए हैं. इससे ठीक पहले उन्होंने घोषणा की है कि उनकी जीत होती है तो वे 77 दिनों के अंदर एक बार फिर पेरिस जलवायु समझौते (Paris Climate Agreement) से जुड़ेंगे, जिसे डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने खत्म कर दिया है. इसकी प्रक्रिया बुधवार को ही पूरी हुई है.
बाइडेन और ट्रंप दोनों की ओर से बयानबाजी तेज हो गयी है. बाइडेन ने जहां अपनी जीत का दावा करना शुरू कर दिया है. वहीं कई राज्यों में चुनाव में गड़बड़ी की शिकायत लेकर डोनाल्ड ट्रंप कोर्ट पहुंच गये हैं. उन्होंने कुछ राज्यों में मतों की गिनती रोकने तो कहीं फिर से गिनती कराने की मांग की है.
बाइडेन ने पेरिस समझौते से जुड़ने के लिए 77 दिन का नाम इसलिए लिया कि अमेरिका चुनाव में जीत की घोषणा होने के बाद भी वह 20 जनवरी 2021 को ही राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. अमेरिका की परंपरा है कि वहां राष्ट्रपति 20 जनवरी को ही शपथ लेने हैं और उसके बाद ही वे व्हाइट हाउस में प्रवेश करते हैं. पेरिस समझौते से बाहर होने का एलान ट्रंप ने काफी पहले ही किया था. जिसकी कागजी प्रक्रिया बुधवार को पूरी हो गयी.
आधिकारिक रूप से अमेरिका के पेरिस समझौते से बाहर होने की जो बाइडेन ने आलोचना की है और कहा कि अगर उनकी सरकार बनती है तो अमेरिका दुबारा इस समझौते से जुड़ेगा. इस समझौते से बाहर होने के पीछे ट्रंप की दलील यह थी कि क्लाइमेट चेंज के लिए सबसे अधिक धनराशि अमेरिका देता है. उन्होंने आरोप लगाया था कि पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान चीन और भारत पहुंचा रहे हैं, ऐसे में इन देशों को भी अमेरिका जितनी राशि देनी चाहिए.
बराक ओबामा के शासन काल में शुरू हुआ यह समझौता ट्रंप के एलान के बाद खत्म हो गया. जिसे बाइडेन से दुबारा शुरू करने की बात कही है. ट्रंप ने अपने चुनावी डिबेट में भी भारत और चीन पर पर्यावरण को अधिक नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि इन देशों की हवा गंदी हो चुकी है. हालांकि आंकड़ों के मुताबित अमेरिका भारत और चीन से कहीं ज्यादा प्रदूषण फैलाता है.
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बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप की ओर से आरोप लगाया गया था कि क्लाइमेट चेंज के लिए सबसे अधिक धनराशि अमेरिका देता है, लेकिन क्लाइमेट को सबसे अधिक नुकसान भारत, चीन जैसे देश पहुंचाते हैं. ऐसे में उन्हें भी अमेरिका जितनी राशि देनी चाहिए, इतना कहने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने पेरिस एग्रीमेंट से बाहर निकलने का ऐलान किया था. इस एग्रीमेंट पर बराक ओबामा प्रशासन ने साइन किए थे.
Posted By: Amlesh Nandan.