US Midterm Election Results: भारतीय ने रचा इतिहास, मिशिगन से जीता कांग्रेस का चुनाव
डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन के बीच जारी कांटे की टक्कर में दोनों पार्टियों को कुछ-कुछ सीटों पर जीत मिली है. बता दें, इस मध्यावधि चुनाव में देश में बढ़ती महंगाई और सुप्रीम कोर्ट द्वारा अचानक गर्भपात का अधिकार समाप्त किया जाना बड़ा मुद्दा है.
US Midterm Election Results: डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार श्री थानेदार अमेरिका की प्रतिनिधिसभा में चुने जाने वाले पांचवें और मिशिगन से चुने गए पहले भारतीय अमेरिकी हैं. उन्होंने रिपब्लिकन उम्मीदवार मार्टेल बिविंग्स को हराया है. थानेदार फिलहाल मिशिगन सदन में तीसरे जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं. आज हुए चुनाव में थानेदार को 84,096 जबकि बिविंग्स को 27,366 वोट मिले हैं. थानेदार से पहले डॉक्टर अमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना और प्रमिला जयपाल निर्वाचित होकर कांग्रेस पहुंचे हैं और इन चारों के अगली कांग्रेस में पुन:निर्वाचित होने की संभावना है.
गौरतलब है कि अमेरिका में कांग्रेस (संसद) के सदनों पर किसका नियंत्रण होगा. यह चुनाव के नतीजों से साफ हो जाएगा. इससे पहले मंगलवार को डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन के बीच जारी कांटे की टक्कर में दोनों पार्टियों को कुछ-कुछ सीटों पर जीत मिली है. बता दें, इस मध्यावधि चुनाव में देश में बढ़ती महंगाई और सुप्रीम कोर्ट द्वारा अचानक गर्भपात का अधिकार समाप्त किया जाना बड़ा मुद्दा है. डेमोक्रेटिक पार्टी को न्यू हैम्पशायर में सीनेट की महत्वपूर्ण सीट पर जीत मिली है. यहां से सीनेटर मैगी हसन ने डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक सेना के पूर्व जनरल रिपब्लिकन डॉन बोल्डक को हराया है.
रिपब्लिकन के हिस्से में ओहायो और नॉर्थ कैरोलाइना की सीनेट की सीटें आयी हैं. सदन पर नियंत्रण के लिए दोनों राजनीतिक दलों के बीच जिला-दर-जिला कांटे की टक्कर हो रही है. वर्जीनिया से कन्सास और रोड आईलैंड्स तक के उदारवादी उपनगरीय जिलों की सीटें डेमोक्रेट्स के हिस्से में आयी हैं. वहीं, छह जनवरी को वाशिंगटन डीसी में हुई हिंसा की जांच करने वाली सदन की समिति में रह चुकीं पूर्व नौसैनिक इलैने लुरिया डेमोक्रेटिक पार्टी की पहली ऐसी निवर्तमान प्रतिनिधि हैं जिन्होंने कांटे की टक्कर में चुनाव गंवा दिया है.
न्यूयॉर्क और कैलीफोर्निया जैसे राज्यों में कई ऐसे जिले जिनके चुनाव परिणाम सदन पर नियंत्रण को तय कर सकते हैं, उनके परिणाम अभी तक नहीं आए हैं. हाउस और सीनेट के इन चुनावों का अंतिम परिणाम तय करेगा कि भविष्य में राष्ट्रपति जो बाइडन का एजेंडा और रणनीति क्या होगी. साथ ही ये चुनाव देश में रिकॉर्ड महंगाई और देश की दिशा पर उनके प्रशासन के लिए जनमतसंग्रह भी हैं. अगर, हाउस पर रिपब्लिकन का नियंत्रण हो जाता है तो वे बाइडन और उनके परिवार के खिलाफ कई जांच शुरू कर सकते हैं, वहीं सीनेट पर विरोधी दल का नियंत्रण होने की स्थिति में बाइडन के लिए न्यायपालिका में नियुक्तियां करने में दिक्कत आएगी.
गौरतलब है कि डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए इतिहास फिर खुद को दोहरा रहा है क्योंकि यह लगभग परंपरा सी है कि डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति के पहले कार्यकाल में होने वाले मध्यावधि चुनाव में पार्टी को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. हालांकि, इस बार डेमोक्रेटिक पार्टी आशा कर रही है कि गर्भपात के अधिकार को समाप्त करने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर जनता की नाराजगी के बाद मतदाता शायद उसका साथ देंगे. वहीं, रिपब्लिक पार्टी की ओर से अगले राष्ट्रपति चुनाव के लिए संभावित उम्मीदवारों फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डिसैंटिज और टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबट ने अपने डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वियों को हरा दिया है और फिर से चुने गये हैं.