अमेरिकी नौसेना ने लाल सागर में जहाज पर हमले के बाद हूती लड़ाकों को मार गिराया
अमेरिकी सेना ने कहा कि उसने लाल सागर में एक मालवाहक जहाज पर हमला होने के बाद हूती विद्रोहियों पर गोलीबारी की जिसमें उसके कई लड़ाके मारे गए. गाजा में युद्ध के बाद से समुद्री संघर्ष भी बढ़ गया है.
America Attack in Red Sea : अमेरिकी सेना ने कहा कि उसने लाल सागर में एक मालवाहक जहाज पर हमला होने के बाद हूती विद्रोहियों पर गोलीबारी की जिसमें उसके कई लड़ाके मारे गए. गाजा में युद्ध के बाद से समुद्री संघर्ष भी बढ़ गया है. व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने रविवार को कहा, ‘‘हम आत्मरक्षा में कार्रवाई करने जा रहे हैं.’’ अमेरिकी मध्य कमान ने कहा कि यूएसएस ग्रेवली विध्वंसक पोत के चालक दल के सदस्यों ने पहले शनिवार देर रात को सिंगापुर के ध्वज वाले एक जहाज पर हमला करने वाली दो जहाज रोधी बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराया. सिंगापुर के जहाज पर दक्षिणी लाल सागर में हमला किया गया था. अमेरिकी नौसेना ने बताया कि इसके बाद चार छोटी नौकाओं ने रविवार सुबह छोटे हथियारों से फिर उसी मालवाहक जहाज पर हमला किया और विद्रोहियों ने जहाज पर चढ़ने की कोशिश की. हूती ने संघर्ष में अपने 10 लड़ाकों के मारे जाने की पुष्टि की है.
हूती ने लाल सागर में जहाजों पर हमले की जिम्मेदारी ली
वाशिंगटन में व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका ने हूती को स्पष्ट कर दिया है कि ‘‘हम इन खतरों को गंभीरता से लेते हैं और हम आगे उचित निर्णय लेने जा रहे हैं.’’ ईरान समर्थित हूती ने लाल सागर में जहाजों पर हमले की जिम्मेदारी ली है. उसका कहना है कि वह इजराइल से जुड़े या इजराइली बंदरगाहों की ओर जाने वाले जहाजों को निशाना बना रहे हैं.
तीन जहाजों को मार गिराया
अमेरिकी सेना ने रविवार को दावा कि उसने लाल सागर में यमन के हुती विद्रोहियों द्वारा एक मालवाहक जहाज को निशाना बनाकर दागी गई दो पोत-रोधी बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराया. अमेरिकी मध्य कमान ने बताया कि मिसाइल दागने के कुछ घंटों के बाद ही चार नौकाओं पर सवार हथियारबंद हमलावर ने उसी जहाज को निशाना बनाने की कोशिश की लेकिन उसके द्वारा की गई गोलीबारी में कई बंदूकधारी मारे गए. कमान के मुताबिक इस घटना में पोत सवार किसी को नुकसान नहीं हुआ.
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यूएसएस ग्रेवली और यूएसएस लैबून ने अनुरोध पर कार्रवाई की
मध्य कमान ने एक बयान में कहा कि सिंगापुर के ध्वज वाले मा हमले से पहले शनिवार रात को भी दक्षिणी लाल सागर पार करते समय वे एक मिसाइल की चपेट में आ गए थे और उन्होंने सहायता का अनुरोध किया था. बयान के मुताबिक अमेरिकी नौसेना के पोत यूएसएस ग्रेवली और यूएसएस लैबून ने अनुरोध पर कार्रवाई की. डेनमार्क के स्वामित्व वाला जहाज कथित तौर पर समुद्र में चलने योग्य था और किसी को चोट नहीं आई थी. मध्य कमान के तहत, ‘‘19 नवंबर के बाद से अंतरराष्ट्रीय जहाजरानी पर हुती विद्रोहियों द्वारा किया गया यह 23वां अवैध हमला है.’’
हमलावरों ने हेलीकॉप्टर पर ही गोलियां चलानी शुरू कर दीं
एक अन्य बयान में मध्य कमान ने कहा कि उसी जहाज ने ‘ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों की चार छोटी नौकाओं द्वारा दूसरे हमले के बारे में आपात संदेश दिया. मध्य कमान ने कहा, ‘‘हमलावरों ने महज 20 मीटर (लगभग 65 फीट) की दूरी से ‘मेर्स्क हांग्जो जहाज पर छोटे हथियारों से गोलीबारी की’’ मध्य कमान ने कहा कि जहाज पर तैनात सुराक्षाकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई की. यूएसएस ड्वाइट डी. आइजनहावर और ग्रेवली विमान वाहक पोत पर तैनात हेलीकॉप्टर ने आपात संदेश पर मौके पर पहुंचे और हमलावरों को मौखिक चेतावनी दी लेकिन नौकाओं पर सवार होकर आए हमलावरों ने हेलीकॉप्टर पर ही गोलियां चलानी शुरू कर दीं.