बाइडेन की चीन को नसीहत, नियम कायदे के आधार पर काम करे चीन, कहा- WHO में फिर से शामिल होगा अमेरिका
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) 78 वर्ष के हो गए. हाल ही में हुए चुनाव में जीतकर अमेरिका (America) की कमान संभालने वाले वो सबसे अधिक उम्र के राष्ट्रपति होंगे. जो बाइडन ने कहा है कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि चीन (china) नियम-कायदे के आधार पर काम करे और ऐलान किया कि अमेरिका फिर से विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) में शामिल होगा.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन 78 वर्ष के हो गए. हाल ही में हुए चुनाव में जीतकर अमेरिका की कमान संभालने वाले वो सबसे अधिक उम्र के राष्ट्रपति होंगे. जो बाइडन ने कहा है कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि चीन नियम-कायदे के आधार पर काम करे और ऐलान किया कि अमेरिका फिर से विश्व स्वास्थ्य संगठन में शामिल होगा.
जो बाइडन को अमेरिका की बागडोर ऐसे समय में मिल रही है जब उनके समक्ष देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट, बेरोजगारी और नस्लीय अन्याय पर लगाम लगाने की चुनौती होगी. बाइडन को इन मुद्दों से निपटने के साथ ही अमेरिकियों को यह दिखाना भी होगा कि उम्र केवल एक संख्या है और वह पद की जिम्मेदारियों को निभाने में पूरी तरह से सक्षम हैं.
बाइडन से चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि चीन जिस प्रकार से काम कर रहा है, इसके लिये वह उसे दंडित करना चाहते हैं . बाइडन की इस टिप्पणी के बारे में उनसे पूछे जाने पर वह प्रतिक्रिया दे रहे थे. उनसे यह पूछा गया था कि क्या दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था पर आर्थिक प्रतिबंध लगाया जायेगा या फिर वहां से आयात अथवा निर्यात होने वाली वस्तुओं पर कर बढ़ाया जायेगा.
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इस साल अप्रैल में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से अमेरिका के हटने की घोषणा की थी. बाइडन ने कहा, ”मामला चीन को सजा देने का ज्यादा नहीं है बल्कि यह सुनिश्चित करने का है कि चीन यह समझे कि उसे नियम-कायदों के अनुसार काम करना होगा. यह एक सामान्य सी बात है. ” नवनिर्वाचित राष्ट्रपति गवर्नरों के द्विदलीय समूहों के साथ विलमिंगटन स्थित अपने आवास पर बैठक कर रहे थे.
बाइडेन को अमेरिकियों को यह विश्वास दिलाना है कि वह शारीरिक और मानसिक रूप से इस पद के लिए उपयुक्त हैं.” राष्ट्रपति पद के चुनाव के पूरे अभियान के दौरान 74 वर्षीय ट्रंप ने इसको लेकर तर्क देने का कोई मौका नहीं चूका कि देश का नेतृत्व करने के लिए बाइडन में मानसिक तीक्ष्णता की कमी है. इसे लेकर बाइडन के समर्थक चिंतित भी हुए कि ट्रंप बाइडन के बारे में देश के लोगों में गलत संदेश दे रहे हैं.
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Posted By: Pawan Singh