अमेरिका में चुनाव परिणामों की बीच हिंसा की आशंका, किले में तब्दील हुआ व्हाइट हाउस
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग खत्म हो गयी है और नतीजे आने शुरू हो गये हैं. अब तक तक के रूझानों में डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशी जो बिडेन इलेक्टोरल वोट में आगे चल रहे हैं. ट्रंप उनसे काफी पीछे हैं. हालांकि ट्रंप ने फ्लोरिडा में जीत हासिल की है. राष्ट्रपति चुनाव में फ्लोरिडा में जीत हासिल करना एक ऐतिहासिक महत्व रखता है. पर इस दौरान हिंसा की आशंका ने अमेरिकीयों को बेचैन जरूर कर दिया है.
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग खत्म हो गयी है और नतीजे आने शुरू हो गये हैं. अब तक तक के रूझानों में डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशी जो बिडेन इलेक्टोरल वोट में आगे चल रहे हैं. ट्रंप उनसे काफी पीछे हैं. हालांकि ट्रंप ने फ्लोरिडा में जीत हासिल की है. राष्ट्रपति चुनाव में फ्लोरिडा में जीत हासिल करना एक ऐतिहासिक महत्व रखता है. पर इस दौरान हिंसा की आशंका ने अमेरिकियों को बेचैन जरूर कर दिया है.
किसी भी तरह की परिस्थितिको देखते हुए व्हाइट हाउस के बाहर नेशनल सिक्युरिटी गार्ड्स की तैनाती की गयी है. किसी भी वाहन को व्हाइट हाउस में जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है. अमेरिका के प्रमुख कमर्शियल जगहों सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है. यहां तक की दुकानदारों ने भी अपनी दुकान की सुरक्षा का इंतजाम कर लिया है.
व्हाइट हाउस के बाहर एक “गैर-स्केलेबल” दीवार अस्थायी रूप चारों ओर खड़ी की गई है. देश में किसी भी तरह की हिंसक स्थिति से निपटने के लिए एनएसजी के 600 जवानों की तैनाती की गयी है. गौरतलब है कि अमेरिका में हर चुनाव के बाद शूट आउट और हथियारों के नियंत्रण की बात होती है पर आगे इसपर कोई कार्रवाई नहीं होती है.
न्यूयॉर्क के मेयर बिल डी ब्लासियो ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि हर कोई चुनाव परिणामों को लेकर चिंतित है. लेकिन मैं जोर देना चाहता हूं, इस समय कोई चुनौती नहीं है. हम हर तरह की चुनौतियों के लिए तैयार हैं. बता दें कि अमेरिका के कई राज्यों में बंदूकों की बिक्री 80 फीसदी तक बढ़ गई है. पेंसिल्वेनिया, मिशिगन जैसे स्विंग वोटर्स वाले राज्यों में हथियारों की बिक्री में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है जिससे हिंसा होने की आशंका जताई जा रही है. इस बार बंदूकों की खूब बिक्री हुई है.
एक और सच्चाई यह भी है कि अमेरिका में आबादी से ज्यादा हथियार हैं. अमेरिका में प्रति 100 लोगों के पास 120 बंदूकें है इसके कारण लोगों के मन में यह डर पैदा हो गया है कि क्या चुनाव के बाद हिंसा हो सकती है.
सोशल मिडिया पर भी शेयर किये जा रहे पोस्ट ने चिंता बढ़ा दी है क्योंकि सोशल मीडिया से भी यह बात सामने आ रही है कि चुनाव नतीजे आने के बाद हिंसा हो सकती है. पोस्टल बैलेट से चुनाव होने के कारण परिणाम आने में देरी हो सकती है इसके कारण दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो सकती है. जिसमें हाल ही में खरीदे गये हथियारों का इस्तेमाल हो सकता है और स्थिति बेहद खराब हो सकती है.
Posted By: Pawan Singh