वाशिंगटन : अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करने के बाद जो बाइडेन ने कई आदेशों पर हस्ताक्षर किये. जो बाइडेन ने 100 दिनों तक मास्क पहनना, डब्ल्यूएचओ में वापसी, मुस्लिम देशों से यात्रा प्रतिबंध हटाना, पेरिस जलवायु समझौते में शामिल होने समेत 15 कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किये. मालूम हो कि इनमें से अधिकतर फैसले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के विपरित हैं.
जो बाइडेन ने कहा कि कोविड-19 के मामले बढ़ते जा रहे हैं. स्थितियां खराब होती जा रही हैं. जानकारों ने बताया है कि अगर मास्क पहना जाता तो कोविड-19 संक्रमण से अब तक करीब 50 हजार लोगों की जानें बचायी जा सकती थीं. इसलिए अगले 100 दिनों तक मास्क पहनना जरूरी कर दिया गया है.
मास्क को तरजीह देते हुए पत्नी जिल बाइडेन के साथ अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति जो बाइडेन राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास व्हाइट हाउस में मास्क पहनकर ही प्रवेश किया. उनकी पत्नी भी मास्क पहने हुए थी. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मास्क पहनना अनिवार्य बनाने के आदेश पर हस्ताक्षर करने के साथ मास्क पहनने को देशभक्ति बताया है. साथ ही अमेरिकियों से भी मास्क पहनने की अपील की है.
इसके अलावा जो बाइडेन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन में वापसी की भी बात कही है. बाइडेन के शीर्ष सलाहकारों में शामिल डॉ एंथनी फाउच ने बताया है कि डब्ल्यूएचओ में अमेरिकी कर्मियों की कटौती पर रोक के साथ-साथ वित्तीय सहायता भी अमेरिका उपलब्ध करायेगा. मालूम हो कि डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर गंभीर आरोप लगाते हुए डब्ल्यूएचओ की फंडिंग रोक दी थी.
डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के विपरित जो बाइडेन ने पेरिस जलवायु समझौते में अमेरिका को फिर से शामिल होने के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया है. साथ ही साल 2017 में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सात मुस्लिम बहुल देशों देशों पर लगाये गये प्रतिबंध को भी हटा लिया है. इसके अलावा घुसपैठ रोकने के लिए डोनाल्ड ट्रंप के मैक्सिको की सीमा पर बनाये जा रहे बाड़ की फंडिंग भी जो बाइडेन ने रोक दी है.
अमेरिका में नस्लीय दंगे को लेकर राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि सभी नस्लों के लोगों के साथ वह एकता के लिए काम करेंगे. साथ ही उनका प्रयास होगा कि सभी समुदाय के लोग एक-दूसरे को समझें और एकजुट होकर रहें. मालूम हो कि अमेरिका में हाल ही में कई नस्लीय दंगे की खबर सामने आयी थी.