‘प्रतिस्पर्धा को संघर्ष में बदलने से रोकना होगा’, पुराने दोस्त शी जिनपिंग से बोले जो बाइडेन
अमेरिका और चीन के संबंध काफी तनातनी भरे रहे हैं. अमेरिका चीन में मानवाधिकार हनन, हांगकांग में विरोध प्रदर्शनों को कुचलने, ताइवान के खिलाफ सैन्य आक्रामकता समेत कई मुद्दों को लेकर चीन की आलोचना करते रहे हैं. वहीं, चीन हमेशा ये आरोप लगाता आया है कि अमेरिका उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करता आया है.
America-China Virtual Meeting: सैन्य अभ्यास, ताइवाव और कोरोना वायरस को लेकर चल रही तनातनी के बीच अमेरिका और चीन के राष्ट्रनायकों ने वर्चुअल मीटिंग की. बैठक में दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि इसकी कोशिश करेंगे की आपसी प्रतिस्पर्धा कहीं संघर्ष न बन जाए. गौरतलब है कि बीते लंबे समय से अमेरिका और चीन के रिश्तों में काफी तल्खी आयी है.
काफी तनावपूर्ण रहे हैं अमेरिका-चीन के संबंध: गौरतलब है कि अमेरिका और चीन के संबंध काफी तनातनी भरे रहे हैं. अमेरिाक राष्ट्रपति जो बाइडन उत्तर पश्चिमी चीन में उइगर समुदाय के लोगों के मानवाधिकार हनन, हांगकांग में विरोध प्रदर्शनों को कुचलने, ताइवान के खिलाफ सैन्य आक्रामकता समेत कई मुद्दों को लेकर चीन की आलोचना करते रहे हैं. जबकि, चीन हमेशा ये आरोप लगाता आया है कि अमेरिका उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करता आया है.
प्रतिस्पर्धा है टकराव में न बदले: दोनों देशों के राष्ट्रनायकों की वर्चुअल मीटिंग की शुरूआत करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाईडेन ने कहा कि, चीन और अमेरिका के नेता होने के नाते यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि हमारे देशों के बीच जो प्रतिस्पर्धा है वह टकराव में न बदले. इसके बदले यह सरल एवं सीधी प्रतिस्पर्धा रहे.
चीन ने बताया पुराना मित्र: इधर, अमेरिकी साष्ट्रपति से बात करने के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिका को पुराना मित्र बताया. साथ ही शी जिनपिंग ने कहा कि, मैं आपके साथ काम करने, आपसी सहमति बनाने, सक्रिय कदम उठाने और चीन-अमेरिका के संबंधों को सकारात्मक दिशा में ले जाने को तैयार हूं.
आमने-सामने मिलना चाहते थे बाइडेन: गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से आमने-सामने मिलना चाहते थे. लेकिन कोरोना महामारी महामारी के बाद से चीन के राष्ट्रपति कहीं नहीं गये हैं. ऐसे में अमेरिका की ओर से ऑनलाइन बैठक की बात कही गई. जिसे शी ने भी स्वीकार कर लिया.
Posted by: Pritish Sahay