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Russia को नहीं लगी कानों-कान खबर और यूक्रेन पहुंच गए अमेरिकी राष्ट्रपति, जानें कैसे तय किया सफर

ऐसा पहली बार हो रहा है जब कोई अमेरिकी राष्ट्रपति किसी युद्धक्षेत्र में गया हो, जहां अमेरिकी सेना की मौजूदगी नहीं हो. वहीं, व्हाइट हाउस ने बताया कि इस यात्रा में जोखिम था, भले ही रूस को इसकी जानकारी दे दी गई थी.

रूस और यूक्रेन के बीच करीब एक साल से जंग छिड़ी है. रूस यूक्रेन पर लगातार हमला कर रहा है. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने कीव पहुंचकर सबको चौंका दिया. उनके कीव जाने की भनक रूस तक नहीं लगी. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि व्हाइट हाउस से कीव तक का सफर इतने गुपचुप तरीके से कैसे हो गया. दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति के वाहनों का काफिला रविवार को आधी रात के बाद व्हाइट हाउस से निकला. यूक्रेन जाने के लिए राष्ट्रपति बाइडन ने एयर फोर्स वन विमान की जगह एयर फोर्स सी-32 विमान का इस्तेमाल किया ताकि किसी को उनके कीव जाने की भनक न लग सके. बता दें, एयर फोर्स सी-32 विमान का इस्तेमाल आम तौर पर घरेलू यात्राओं के लिए किया जाता है.

पहली बार बाइडन ने की ऐसी यात्रा: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन व्हाइट हाउस से निकलने के कुछ घंटों बाद यूक्रेन की राजधानी कीव में नजर आए. बतौर अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन की किसी युद्धग्रस्त क्षेत्र में यह पहली यात्रा है. इससे पहले उनके पूर्ववर्ती राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, बराक ओबामा और जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने अपने-अपने कार्यकाल में अफगानिस्तान और इराक की औचक यात्राएं की थी.

बिना अमेरिकी सेना के गये थे बाइडेन: ऐसा पहली बार हो रहा है जब कोई अमेरिकी राष्ट्रपति किसी युद्धक्षेत्र में गया हो, जहां अमेरिकी सेना की मौजूदगी नहीं हो. वहीं, व्हाइट हाउस ने बताया कि इस यात्रा में जोखिम था, भले ही रूस को इसकी जानकारी दे दी गई थी. वहीं, राष्ट्रपति बाइडेन लिमोजीन के बजाय सफेद एसयूवी में सवार बाइडन पांच घंटे तक यूक्रेन के शहर में कई स्थानों पर रुके. वहीं, उनकी यात्रा को लेकर यूक्रेन को लोगों को भी जानकारी नहीं दी गई थी.

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति की पोलैंड की निर्धारित यात्रा और प्रेसिडेंट डे की छुट्टी के कारण बाइडन ने कीव की यात्रा की. उन्होंने कहा कि व्हाइट हाउस और अमेरिका की विभिन्न राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी इस यात्रा के लिए महीनों से गोपनीय तरीके से काम कर रहे थे. बता दें, बाइडन ने जिस एयर फोर्स सी-32 विमान से यात्रा की उसे ईंधन भरने के लिए जर्मनी में रोका गया, जहां राष्ट्रपति विमान से नहीं उतरे. इसके बाद वह पोलैंड के जेजॉ से ट्रेन में सवार हुए और 10 घंटे की रातभर की यात्रा के बाद कीव पहुंचे.

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अमेरिकी राजदूत ने किया स्वागत: राष्ट्रपति बाइडेन सोमवार को सुबह कीव पहुंचे. कीव में अमेरिकी राजदूत ब्रिडगेट ब्रिंक ने उनका स्वागत किया और उनके वाहनों का काफिला यूक्रेनी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास मैरीन्स्की पैलेस के लिए रवाना हो गया. इस बीच, कीव की कई अहम सड़कों की बिना कोई जानकारी दिए घेराबंदी कर दी गई, जिससे इस बात की सुगबुगाहट हुई कि बाइडन कीव पहुंचे हैं. इधर, सुलिवन ने संवाददाताओं से कहा, हमने रूस को बता दिया था कि राष्ट्रपति बाइडन कीव जाएंगे.

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