वाशिंगटन: बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों और प्रतिष्ठानों पर हो रहे हमले की अमेरिका ने निंदा की है. दुर्गा पूजा के दौरान मंदिरों तथा प्रतिष्ठानों पर हुए हमलों की घटनाओं की अमेरिकी अधिकारियों ने गहन जांच की अपील की है.
अमेरिका ने कहा है कि धर्म या आस्था चुनने की स्वतंत्रता, मानवाधिकार है. दुर्गा पूजा के अवसर पर सोशल मीडिया में कथित तौर पर ईश निंदा संबंधी एक पोस्ट सामने आया था, जिसके बाद बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के मंदिरों पर पिछले बुधवार से हमले बढ़ गये हैं.
भीड़ ने रविवार देर रात बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के लोगों के 66 मकान क्षतिग्रस्त कर दिये थे और कम से कम 20 घरों में आग लगा दी थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, ‘हम दुर्गा पूजा के अवसर पर हिंदू मंदिरों और प्रतिष्ठनों पर हाल में हुए हिंसक हमलों की निंदा करते हैं. हमारी संवेदनाएं हिन्दू समुदाय के लोगों के साथ हैं और हम अधिकारियों से मामलों की पूरी जांच का अनुरोध करते है. धर्म या आस्था चुनने की स्वतंत्रता, मानवाधिकार है.’
बांग्लादेश की स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, अलग-अलग हमलों में हिंदू समुदाय के 6 लोग मारे गये हैं. हालांकि, इन आंकड़ों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मंगलवार को गृह मंत्री को उन लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिये, जिन्होंने धर्म का इस्तेमाल कर हाल में हिंसा भड़काई थी.
पीएम हसीना ने लोगों से तथ्यों की जांच किये गये बगैर सोशल मीडिया पर मौजूद किसी भी चीज पर विश्वास नहीं करने को कहा. संयुक्त राष्ट्र में बांग्लादेश की स्थायी प्रतिनिधि रबाब फातिमा ने अपने देश में अल्संख्यक हिंदू समुदाय पर हाल में हुए ‘जघन्य हमलों’ की मंगलवार को निंदा की और कहा कि देश की सरकार इन घटनाओं को अंजाम देने वालों को न्याय के दायरे में लाना सुनिश्चित करेगी.
Posted By: Mithilesh Jha