Salman Rushdie News: अमेरिका ने ब्रिटिश-अमेरिकी लेखक सलमान रुश्दी के सिर पर इनाम घोषित करने वाले ईरानी फाउंडेशन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. अमेरिका उस ईरानी संगठन पर वित्तीय दंड लगा रहा है, जिसने सलमान रुश्दी को निशाना बनाने के लिए धन जुटाया था. बता दें कि मुंबई में जन्में और बुकर पुरस्कार से सम्मानित सलमान रुश्दी पर अगस्त में हिंसक हमला किया गया था.
आतंकवाद एवं वित्तीय खुफिया के लिए ट्रेजरी के अवर सचिव ब्रायन नेल्सन (Antony Bliken) ने ट्वीट कर कहा कि अमेरिका अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, धर्म की स्वतंत्रता तथा प्रेस की स्वतंत्रता के सार्वभौमिक अधिकारों के खिलाफ ईरानी अधिकारियों द्वारा उत्पन्न खतरों के लिए खड़े होने के अपने दृढ़ संकल्प से पीछे नहीं हटेगा. ब्रायन नेल्सन ने कहा कि हिंसा का यह कृत्य भयावह है, जिसकी ईरानी शासन द्वारा प्रशंसा की गई है. उन्होंने कहा कि हम सभी सलमान रुश्दी पर हुए हमले के बाद उनके शीघ्र स्वस्थ होने की उम्मीद करते हैं.
75 वर्षीय सलमान रुश्दी (British American Author Salman Rushdie) पश्चिमी न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा संस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान अपना व्याख्यान शुरू करने वाले ही थे, तभी एक शख्स ने मंच पर चढ़कर उनपर चाकू से हमला कर दिया था. ट्रेजरी ऑफिस ऑफ फॉरेन एसेट्स कंट्रोल ने 15 खोरदाद फाउंडेशन पर वित्तीय दंड लगाने को मंजूरी दे दी है, जिसने रुश्दी के सिर पर करोड़ों डॉलर का इनाम घोषित किया था. सलामन रुश्दी ने द सैटेनिक वर्सेज लिखी थी. इसे कुछ मुसलमान ईशनिंदा मानते हैं. सलमान रुश्दी के एजेंट का कहना है कि पश्चिमी न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम में मंच पर किए गए हमले से उबरने के बाद लेखक की एक आंख की रोशनी चली गई है. इसके साथ ही उनका एक हाथ काम करना बंद कर दिया है.
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