वाशिंगटन : चीन को लेकर अमेरिका अब अपनी रणनीति में बदलाव करेगा. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने इसके संकेत दिये हैं. माइक पोम्पिओ ने कहा कि अमेरिका को चीन के साथ अब अलग तरीके से पेश आना होगा. क्योंकि क राजनीतिक स्वतंत्रता मिलने की उम्मीद में चीन को आर्थिक अवसर प्रदान करने की अमिरेका की पुरानी नीति काम नहीं आई. यह बात उन्होंने वाशिंगटन वॉच को दिये गये एक साक्षात्कार में कही है. उन्होंने कहा कि चीन को अधिक आर्थिक अवसर प्रदान करने से चीन के लोगों को अधिक राजनीतिक स्वतंत्रता और अधिक मौलिक अधिकार मिलेंगे, यह सिद्धांत सही साबित नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि यह काम नहीं आया. वो पुराने शासकों की आलोचना नहीं कर रहा हूं, हम स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि यह सफल नहीं हुआ और इसका मतलब है कि अमेरिका को दूसरा रास्ता अपनाना होगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने स्पष्ट रूप से यह मार्ग प्रशस्त किया है. पोम्पियो ने कहा, कि वह ऐसा करने वाले पहले राष्ट्रपति हैं और यह पक्षपातपूर्ण नहीं है. उनसे पहले सभी रिपब्लिकन और डेमोक्रेट राष्ट्रपतियों ने चीन को अमेरिका के साथ व्यापार संबंध स्थापित करने का मौका दिया, जिसका भुगतान पूरे अमेरिका में मध्यम वर्ग, कामकाजी लोगों को नौकरी खोकर उठाना पड़ा.
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पोम्पियो ने कहा कि अब हम देख सकते हैं कि इससे ना केवल अमेरिका को आर्थिक नुकसान हुआ है बल्कि चीन के भीतर भी लोगों के साथ भी सही व्यवहार नहीं किया जाता है. भाषा के मुताबिक विदेश मंत्री ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय सुरक्षा कानून ने हांगकांग के लोगों की स्वतंत्रता छीन ली है. पोम्पिओ ने कहा कि आप चाहते हैं चीन के लोग सफल हों, अच्छा जीवन जिएं और आपको अमेरिका के साथ भी अच्छे संबंध चाहिए.
पर हमें पता है कि वामपंथी शासन क्या करता है, हमें पता है कि सत्तावादी शासक अपने लोगों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं और यही आज हम चीन में देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि धार्मिक और नस्ली अल्पसंख्यकों के खिलाफ चीन की कार्रवाई बढ़ी है. मंत्री ने कहा कि हम इस दुर्व्यवहार को दूर करने के लिए कूटनीतिक रूप से जो कर सकते हैं वह करेंगे.
Posted By: Pawan Singh