सूडान में अर्धसैनिकों और सशस्त्र बलों के बीच जारी हिंसक झड़प के बीच वहां फंसे भारतीय को वहां से निकालने की कोशिश जारी है. इसी कड़ी में भारत सरकार ने कहा है कि वो सूडान में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न देशों के साथ लगातार बातचीत कर रहा है. भारत सरकार ने कहा है कि वो हिंसा प्रभावित सूडान में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी, ब्रिटेन यूएस, यूके, सऊदी अरब और यूएई के साथ करीबी समन्वय कर रहा है.
India is coordinating closely with various countries to ensure the safety and security of Indian nationals in Sudan. The Quartet countries of US, UK, Saudi Arabia and UAE have a key role and we are engaging them accordingly: Government sources
— ANI (@ANI) April 19, 2023
भारत सरकार ने बताया कि सूडान में जमीनी हालात बेहद गंभीर हैं और इस समय लोगों की आवाजाही जोखिम भरी होगी. बीते छह दिन से देश की सेना और एक अर्धसैनिक समूह के बीच घातक संघर्ष जारी है, जिसमें कथित तौर पर करीब 100 लोग मारे जा चुके हैं. विदेश मंत्रालय का कहना है कि अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की सूडान में अहम भूमिका है और भारत उसी के अनुसार उनसे बातचीत कर रहा है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इससे पहले सऊदी अरब और यूएई के अपने समकक्षों से बात की थी.
31 भारतीय नागरिक सूडान में फंसे: गौरतलब है कि सूडान में सेना और एक अर्द्धसैनिक बल के बीच जारी हिंसा में अबतक 180 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1800 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं. वहीं, खबर है कि हिंसाग्रस्त सूडान में 31 भारतीय फंस गये हैं, जिनकी मदद के लिए कर्नाटक कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने केंद्र सरकार और विदेश मंत्रालय को एक पत्र भी लिखा है.
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केन्द्र सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग: कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने केंद्र सरकार, विदेश मंत्रालय और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और गृहयुद्ध से परेशान सूडान में फंसे हक्की पिक्की जनजाति के कर्नाटक के 31 लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह किया है. उन्होंने इसको लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट किये.
भाषा इनपुट के साथ