वाशिंगटन : अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव के बाद 20 जनवरी को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन शपथ लेने वाले हैं लेकिन उसके पहले वहां हिंसा भड़क उठी है. ट्रंप ने अपने वीडियो मैसेज में यह कहा कि इस चुनाव में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी हुई थी, जिसके बाद उनके समर्थक भड़क उठे और वहां के संसद भवन के परिसर में घुस गये और हंगामा शुरू कर दिया. इस हिंसा में चार लोगों की मौत हुई है. वाशिंगटन की मेयर ने 15 दिनों के लिए आपातकाल लगाया है, ऐसे में सवाल यह है कि कि ट्रंप आगे क्या करेंगे? अगर वे 20 तारीख से पहले पद ना छोड़ें तो क्या हो सकता है?
इधर अमेरिका के अनेक सांसदों ने निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को तत्काल पद से हटाये जाने की मांग की है. सांसदों का आरोप है कि ट्रंप ने अपने समर्थकों को भड़काया जिसके बाद उनके समर्थक कैपिटल परिसर में घुस गए और हंगामा किया और इससे अमेरिकी लोकतंत्र को ठेस पहुंची है.
कांग्रेस सदस्य स्टीवन होर्सफोर्ड ने कहा, कांग्रेस के निर्वाचित सदस्य के तौर पर यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इलेक्टोरल कॉलेज के प्रमाणीकरण को छह जनवरी को दर्ज करें , जैसा की संविधान में रेखांकित है. आज राष्ट्रपति ट्रंप ने हमें इस जिम्मेदारी को पूरा करने से रोका और लोकतंत्र को बाधित किया. कई सांसदों ने होर्सफोर्ड के बयान से सहमति जताई. उन्होंने कहा, 1812 के युद्ध के बाद से पहली बार आज अमेरिकी कैपिटल में सेंधमारी हुई.
आज जो मैंने हिंसा और अराजकता देखी वह लोकतांत्रिक प्रतिष्ठानों को बनाए रखने के सिद्धांतों और नियमों के ठीक विपरीत है और आधुनिक वक्त में ये अप्रत्याशित हैं. कांग्रेस सदस्य अर्ल ब्लूमेनॉयर ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग चलाने की मांग की. उन्होंने उप राष्ट्रपति माइक पेंस और अमेरिकी कैबिनेट से राष्ट्रपति को पद से हटाने के लिए संविधान के 25वें संशोधन का इस्तेमाल करने की मांग भी की.
उन्होंने कहा, यहां क्या हुआ हमें यह स्पष्ट होना चाहिए. बुरी तरह हारे चुनाव के प्रमाणन को रोकने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति ने घरेलू आतंकवादियों की एक भीड़ को पेन्सिलवेनिया एवेन्यू में हमला करने और अमेरिकी कैपिटल पर कब्जा करने के लिए भेजा. ब्लूमेनॉयर ने कहा, इस व्यक्ति को तत्काल हटाए जाने की जरूरत है और मुझे उम्मीद है कि वह अपनी हरकतों का अंजाम भुगतेंगे.
कांग्रेस सदस्य इल्हान उमर ने कहा, सभी नेताओं को इस तख्तापलट की निंदा करनी चाहिए. और राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाया जाना चाहिए और उन्हें राजद्रोह के आरोप में पद से हटा दिया जाना चाहिए. इन सांसदों के अलावा अयान्न प्रिस्ले, जिम्मी गोम्ज,कैथे मैनिंग, एंथनी ब्राउन ने भी राष्ट्रपति को शीघ्र पद से हटाने की मांग की है.
सीनेट ने ट्रंप की चुनौती को खारिज किया
अमेरिका में सीनेट ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की एरिजोना में जीत पर डोनाल्ड ट्रंप की चुनौती को खारिज कर दिया है और कहा है कि एरिजोना के नतीजे मान्य हैं. एरिजोना में चुनाव के नतीजों पर रिपब्लिकन सांसद पॉल गोसर और सीनेटर टेड क्रूज ने आपत्ति की थी जिसे बुधवार को तीन के मुकाबले 93 मतों से खारिज कर दिया गया.
इसके पक्ष में सभी रिपब्लिकन सांसदों के वोट मिलने की संभावना थी लेकिन कैपिटोल परिसर में हंगामे की घटना के बाद सांसदों ने इस आपत्ति का समर्थन नहीं करने का फैसला किया. रिपब्लिकन सांसदों ने राष्ट्रपति ट्रंप के गलत दावों के आधार पर चुनाव नतीजों पर आपत्ति जतायी थी. हालांकि ट्रंप के इन दावों को एरिजोना की अदालत और राज्य के चुनाव अधिकारी कई बार खारिज कर चुके हैं.
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