रूस को मानवाधिकार परिषद से निलंबित करने के लिए UNGA में वोटिंग कल
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने रोमानिया में संवाददाताओं से कहा था कि अमेरिका, यूक्रेन व यूरोपीय देशों और संयुक्त राष्ट्र में अन्य भागीदारों के साथ करीबी समन्वय कर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से रूस का निलंबन चाहता है.
संयुक्त राष्ट्र: यूक्रेन पर हमले के लिए रूस को संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद से निलंबित करने के संबंध में अमेरिका द्वारा प्रस्तावित कदम पर संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में बृहस्पतिवार को मतदान होगा. यूएनजीए अध्यक्ष के कार्यालय ने कहा कि 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र निकाय का आपातकालीन विशेष सत्र बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे फिर से शुरू होगा. इस दौरान रूस को निलंबित करने के लिए मसौदा प्रस्ताव पर कार्रवाई की उम्मीद है.
मानवाधिकार परिषद में 47 सदस्य देश होते हैं, जो महासभा के अधिकांश सदस्यों द्वारा गुप्त मतदान द्वारा सीधे तथा व्यक्तिगत रूप से चुने जाते हैं. महासभा, उपस्थित और मतदान करने वाले सदस्यों के दो-तिहाई बहुमत से ‘मानवाधिकारों के घोर और व्यवस्थित उल्लंघन करने वाले परिषद के सदस्य की परिषद में सदस्यता निलंबित कर सकती है’.
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने रोमानिया में संवाददाताओं से कहा था कि अमेरिका, यूक्रेन व यूरोपीय देशों और संयुक्त राष्ट्र में अन्य भागीदारों के साथ करीबी समन्वय कर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से रूस का निलंबन चाहता है. बता दें कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका और यूरोपीय यूनियन ने रूस के खिलाफ कई कड़े प्रतिबंध लगाये हैं.
यूक्रेन के बूचा शहर में नरसंहार और महिलाओं के साथ बलात्कार की बर्बर तस्वीरें सामने आने के बाद अमेरिका और यूक्रेन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ हमला तेज कर दिया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र से अपील की है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन को युद्ध अपराध का दोषी ठहराया जाये.
जेलेंस्की ने रूस पर लगाये हैं गंभीर आरोप
कहा जा रहा है कि बूचा में महिलाओं के साथ कथित तौर पर रूस के सैनिकों ने बलात्कार किये. बड़ी ही बेरहमी से उनके बच्चों के सामने उनकी हत्या की गयी. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने तो यहां तक कहा कि बूचा में यूक्रेन के नागरिकों को टैंक के नीचे रौंद दिया गया. उन्होंने कहा कि अगर संयुक्त राष्ट्र रूस के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं कर सकता, तो इस संस्था को ही भंग कर देना चाहिए.
Posted By: Mithilesh Jha