कोविड-19 घोषित होने के लगभग 2 साल बाद भी एक वैश्विक आपातकाल बना हुआ है. कोरोना जिस तरह हमें पीछे धकेलने की कोशिश कर रहा हैं, ठीक उसी तरह हमें भी कोरोना को पीछे धकेलना होगा. ये बातें विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस ए घेब्रेयसस ने मंगलवार को कही. उन्होंने कहा कि कोरोना की ताजा लहरे दिखाती हैं कि महामारी कहीं भी खत्म नहीं हुई है. वायरस खुलेआम दौड़ रहा है
Covid-19 pandemic is 'nowhere near over', says WHO chief: AFP News Agency
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— ANI (@ANI) July 12, 2022
डब्ल्यूएचओ के रिपोर्ट में पिछले एक साल के दौरान मामलों में 30 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी. स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह मामले बढ़ती हुई जनसंख्या, बड़े पैमाने पर टीकाकरण और अस्पतालों में भर्ती और मौतों के मामलों में डिकूपिंग देखी गई थी. बताते चले कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 30 जनवरी 2020 को कोरोना महामारी को लेकर हाई अलर्ट की घोषणा की थी. जिन्हें हम अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में जानते हैं.
टेड्रोस ने आगे कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट के आने की संभावना अब भी बनी हुई है. सरकारों को नियमित रूप से समीक्षा और समायोजन करना चाहिए. सरकारों को निगरानी, परीक्षण और अनुक्रमण में कमी के साथ साथ एंटी-वायरल को प्रभावी ढंग से साझा करने के लिए भी काम करना चाहिए. उन्होंने टीकाकरण के महत्व की ओर इशारा करते हुए कहा कि टीकों ने लाखों लोगों की जान बचाई है और सरकारों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे उन सबसे अधिक जोखिम वाले समुदायों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करें, ताकि कोरोना के चेन को तोड़ा जा सके.
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भारत में भी कोरोना ने तेज रफ्तार पकड़ ली है. स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 13,615 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,36,52,944 हो गई. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,31,043 पर पहुंच गई है. वहीं, संक्रमण से 20 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,25,474 हो गई है.