Gabriel Attal: कौन हैं फ्रांस के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री गेब्रियल अटल? खुद को बता चुके हैं Gay
Gabriel Attal youngest Prime Minister of France इमैनुएल मैक्रों के कार्यालय ने एक बयान में नियुक्ति की घोषणा की. अटल (34) सरकार के प्रवक्ता और शिक्षा मंत्री के रूप में प्रमुखता से उभरे. अटल फ्रांस के सबसे कम उम्र के शिक्षा मंत्री भी बने थे.
34 साल के गेब्रियल अटल फ्रांस के नये प्रधानमंत्री बन गए हैं. इसके साथ ही फ्रांस को सबसे कम उम्र का पीएम मिल गया है. इसके अलावा फ्रांस को पहला गे प्रधानमंत्री भी मिला है. दरअसल धुर दक्षिणपंथियों के बढ़ते राजनीतिक दबाव के बीच अपने शेष कार्यकाल के लिए नयी शुरुआत करते हुए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मंगलवार को गेब्रियल अटल को फ्रांस के अब तक के सबसे युवा प्रधानमंत्री के तौर पर नामित किया. मध्यमार्गी मैक्रों (46) का कार्यकाल 2027 में समाप्त हो रहा है, आने वाले दिनों में वह एक सरकार बनाएंगे.
सरकार के प्रवक्ता से पीएम तक का सफर
इमैनुएल मैक्रों के कार्यालय ने एक बयान में नियुक्ति की घोषणा की. अटल (34) सरकार के प्रवक्ता और शिक्षा मंत्री के रूप में प्रमुखता से उभरे. अटल फ्रांस के सबसे कम उम्र के शिक्षा मंत्री भी बने थे.
French President Emmanuel Macron appointed 34-year-old Education Minister Gabriel Attal as his new prime minister. He will be France's youngest prime minister and the first to be openly gay: Reuters
(Pic: Gabriel Attal's 'X' account) pic.twitter.com/yFEQDSI1vf
— ANI (@ANI) January 9, 2024
इमिग्रेशन के मुद्दे पर एलिजाबेथ बोर्न ने प्रधानमंत्री पद से दिया था इस्तीफा
दरअसल एलिजाबेथ बोर्न ने विदेशियों को निर्वासित करने की सरकार की क्षमता को मजबूत करने वाले आव्रजन कानून पर हालिया राजनीतिक उथल-पुथल के बाद सोमवार को इस्तीफा दे दिया था. एलिजाबेथ के इस्तीफा देने के बाद प्रधानमंत्री पद के लिए कई नाम समने आये थे. हालांकि बाद में राष्ट्रपति मैक्रों ने गेब्रियल अटल के नाम की घोषणा की.
खुद को गे बता चुके हैं फ्रांस के नये पीएम गेब्रियल अटल
फ्रांस के सबसे युवा प्रधानमंत्री गेब्रियल अटल देश के पहले गे पीएम भी बन गए हैं. उन्होंने खुद के समलैंगिक होने को छिपाया नहीं है. गेब्रियल अटल को देश का उभरता हुआ सितारा बताया जाता रहा है.
विवादों से भी रहा है गेब्रियल अटल का नाता
गेब्रियल अटल को विवादों से भी गहरा नाता रहा है. दरअसल जब वो शिक्षा मंत्री बनाए गए थे, तो उन्होंने मुस्लिम महिलाओं और लड़कियों द्वारा पहने जाने वाले परिधान अबाया को फ्रांस के सरकारी स्कूलों में प्रतिबंधित करने की घोषणा की थी. इस फैसले पर भारी विरोध और हंगामा हुआ था.